पूज्य सतगुरु जी ने उठाया है अब बीडा…
पूज्य गुरु जी की बात तुम अब मान जाओ
देश दुनिया के युवाओं तुम अब जाग जाओ।
पूज्य सतगुरु जी ने उठाया है अब बीडा,
DEPTH मुहिम से खत्म करना है नशे रूपी कीड़ा।
देश के नौजवानों को सावधान किया है,
नशे रूपी दैत्य को चीरने का आह्वान किया है।
नशा हर तर...
क्या पुलवामा अटैक भूल गए तुम…
पुलवामा अटैक के दर्द को बयां करती कविता -
"पुलवामा अटैक"
क्या पुलवामा अटैक भूल गए तुम, ये वैलेंटाइन डे चिल्ला रहे हो!
वो 14 फरवरी का दिन ही तो था, जिसे रोमांस का दिन बतला रहे हो!!
सपने कितने मन मे संजोए हुए वो, वीर देश के लिए दे गए कुर्बानी..!
अ...
दिलों में जिंदा है रेडियो
कुछ साल पहले जब भारत के हर घर में टीवी सेट नहीं होते थे, तब (World Radio Day) मनोरंजन का एकमात्र साधन रेडियो हुआ करता था। हमारी सुबह और शाम रेडियो के साथ बीतती थी। मानो यह रेडियो न होकर परिवार का ही कोई सदस्य हो। गांव में तो लोग रेडियो से कान से कान...
संत सदा सच बोलते सच्चे करते काम
संत सदा सच बोलते सच्चे करते काम।
परहित पर कल्याण में, जीवन पर्यंत तमाम।
जीवन पर्यंत तमाम लिखा है धर्म जिन्होंने।
गीता में है सार बताया कर्म जिन्होंने।
झूठ-फनाह हर चीज, सब कुछ होना अन्त।
राम-नाम सच ओम है, सदा बताते सन्त।।
संजय बघियाड़
अन्य ...
नशा नेस्तनाबूत को निकला एक फकीर..
नशा नेस्तनाबूत को निकला एक फकीर।
दम तोड़ते ड्रग का, मानो हुआ आखीर।।
मानो हुआ आखीर, खीर अमृत वाणी की।
खैर नहीं अब रहे, नर्कों की नानी की।।
यूथ भविष्य देश का, न होगी अब दुर्दशा।
सुन-सुन डेप्थ का सांग, छुट जाएगा नशा।।
"संजय बघियाड़ "
अन्य ...
वेद और गीता का शिक्षा में समावेश
हम सब हमारी संस्कृति ,सभ्यता और जीवन दर्शन बताने वाले आधार आध्यात्मिक ग्रंथों वेद, गीता आदि की चर्चा तो खूब करते है लेकिन क्या कभी किसी ने ये सोचा है कि आज के बदलते दौर में स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को भी इसकी शिक्षा देनी चाहिए? शायद आज तक ऐसा चिं...
MSG महा रहमोकर्म दिवस का UP का पवित्र MSG महा भंडारा
रविवार,12 फरवरी का महान मुकद्दस दिन होगा।
पूज्य रहबर सच्चे साईं जी का संग साथ होगा ।
हम सब अपने पूज्य पिताजी संग शाह सतनाम जी महाराज के पावन MSG महा रहमोकर्म दिवस का MSG भंडारा। मनाएंगे, कुलमालिक खुद खुदा मौला के गुण गीत गाएंगे, झूमेंगे, नाचेंगे खु...
सिरसा सिमट के रह गया सिरों की सुनामी देख कर
दीवानगी ऐसी जो धरती ने न कभी देखी न सुनी होगी सिरों कि सुनामी में सिमटा सिरसा समय को बता रहा था इस धरा पर कभी भी कही भी किसी को प्यार करने किसी पर एतबार करने किसी पर जां निसार करने वालो का ऐसा मेला न देखा है न देखा जाएगा।
हर सड़क जाम, हर राह सिसकती...
खुदा ने अवतार लिया
अभिनंदन करने खुदा का रवि ने सिहांसन छोड़ा,
पावन धरा पर दर्शनों हेतु देवों का गण दोड़ा ।
देवों के बरसते पुष्पों ने समा बांध लिया ,
पूज्य माता-पिता के घर जब , खुदा ने अवतार लिया ।।
हर्षित मन सबका नृत्य करते भाव विभोर ,
स्वागत में गुरु के बरस उ...
एकाधिकार से गूगल इंडिया की मदद
भारत में कमजोर एंटी ट्रस्ट या एकाधिकार कानूनों के चलते इंटरनेट क्षेत्र की कंपनियां भारी कमाई कर रही हैं। वर्ष 2021 में केवल गूगल इंडिया ने भारत से 64 बिलियन रुपये वापस भेजे हैं। इसकी तुलना में माइक्रोसाफ्ट ने 9475 करोड़ रुपये अर्जित किए हैं। भारतीय प्...
आओ हम सब बढ़ चढ़कर पूज्य गुरूजी जी की शान में करें कुछ खास
गुरू से बढ़कर होत न कोय
गुरू बिन कहीं मिलती न ढोय
गुरू ही मोक्ष का द्वार है
गुरू ही करता इस नर जीवन का उद्धार है
गुरू ही खेवनहार है और वही लंघाता जीवन नैया पार है।
गुरू MSG हम सबसे मिलने आएं
लाखों करोड़ों के नशे बुराइयां छुड़ाए
चला ऑनलाइन गुरु...
दस बेटियों के अनपढ़ पिता ने रचा इतिहास
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के उदगम गंगोत्री थे रामचंद्र
(सच कहूँ न्यूज) कागज कलम उठाने की उम्र में कोयले फोड़ने की विवशता, शादी के बाद हाथ में सब्जी का ठेला मजबूरी को मात दे मशहूरी का नाम बने रामचंद्र। स्कूल जाते बच्चों को देख अपने छाले भरे हाथों को निहा...
पछतावे का पुरस्कार
कक्षा में उत्साह और डर का माहौल था। गणित के अध्यापक को परीक्षा लेनी थी। अध्यापक ने सवालों के सही हल करने वाले को पुरस्कार की घोषणा कर दी थी। सवाल थोड़े कठिन थे। इसलिए पुरस्कार को लेकर तो विद्यार्थियों में उत्साह था, लेकिन सवाल हल नहीं हो पाने के कारण ...
दुष्ट सर्प और कौआ
एक जंगल में एक बहुत पुराना बरगद का पेड़ था। उस पेड़ पर घोंसला बनाकर एक कौआ-कौव्वी का जोड़ा रहता था। उसी पेड़ के खोखले तने में कहीं से आकर एक दुष्ट सर्प रहने लगा। हर वर्ष मौसम आने पर कौव्वी घोंसले में अंडे देती और दुष्ट सर्प मौका पाकर उनके घोंसले में जाकर...
बुद्धिमान न्यायाधीश
बहुत पहले की बात है। अफ्रीका में एक देश है अल्जीरिया, बाउकास वहां के राजा थे। उनके राज्य में एक समझदार जज थे, जो झट से दूध-का-दूध और पानी-का-पानी कर देते। कोई भी मुजरिम उनकी पैनी आंखों से नहीं बच पाता। उनकी ख्याति दूर-दूर तक फैली थी। एक दिन राजा ने भ...