घरेलू नुस्खे दिलाएंगे खांसी-जुकाम से छुटकारा

सर्दी लगना, खांसी-जुकाम बदलते मौसम के साथ आने वाली समस्या है। ऐसा नहीं है की खांसी-जुकाम आपको केवल सर्दी में ही परेशान करते है बल्कि ये किसी भी बदलते मौसम के साथ आपको हो सकते है। खांसी बैक्टीरियल या वायरल इन्फेक्शन, साइनस इन्फेक्शन, ऐलर्जी या ठंड के कारण हो सकती है लेकिन ऐसी छोटी-मोटी परेशानियों के लिए आपको हर बार डॉक्टर के पास जाना जरुरी नहीं है क्योंकि ऐसी परेशानियों का हल हमारे किचन में ही मौजूद है, साथ ही ऐसे बहुत से घरेलु नुस्खे हमारी रसोई में छिपे हुए हैं, जिनसे खांसी-जुकाम जैसी छोटी-मोटी बीमारियां बड़े आराम से दूर की जा सकती हैं। तो आइए हम आपको बताते हैं खांसी-जुकाम को दूर करने के लिए इस्तेमाल होने वाले रामबाण 12 घरेलू नुस्खे जिनको जान कर आप इस समस्या से आराम पा सकते है।

अगर आपको बार-बार खांसी या फिर बलगम आ रहा है तो तुलसी के पत्ते आपकी मदद करेंगे। इसके लिए आपको तुलसी की चाय का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा आप ताजी तुलसी की पत्तियां ले सकते हैं या फिर सूखे पत्ते ले सकते हैं। सूखे तुलसी के पत्तों के रूप में, एक बड़ा चम्मच भी पर्याप्त हो सकता है। इन्हें इलायची की एक या दो कलियों के साथ पानी में डालकर उबाल लें। इससे आराम मिल सकता है। और सर्दी-जुकाम और खांसी में सौंफ के बीज भी आपकी मदद करेंगे। सौंफ रसोई की एक आम सामग्री है। इसके लिए एक चम्मच सौंफ को पानी में उबालकर आधा कर लें। इसके बाद इसका सेवन करें। इससे गले की खराश और खांसी में आराम मिलेगा।

सर्दी-जुकाम के लक्षण

  • गले में खराश।
  • आवाज बैठना।
  • खाँसी।
  • हल्का बुखार।
  • कान में दर्द।
  • सर में दर्द।
  • बार-बार छींक आना।
  • बंद नाक।
  • लाल, भरी गीली आखें।
  • नाक से बलगम आपके गले में निकल रहा है।
  • भूख में कमी।
  • शारीरिक थकान।

सर्दी-खांसी और जुकाम से राहत पाने के उपाय

अगर आप सर्दी-खांसी और जुकाम की समस्या से पीड़ित है तो आप घरेलू उपचारों को आजमाकर आम सर्दी-खांसी और जुकाम के लक्षणों से राहत दे पा सकते है, जो कि विश्वसनीय और वास्तव में काम करते हैं।

अदरक-तुलसी का सेवन: अदरक को बारीक पीसकर उसका रस निकाल ले और अदरक के रस को तुलसी के साथ मिलाकर इसका सेवन करें। आप चाहे तो इसमें शहद भी मिला सकते है।

गुनगुना पानी पीना: बार-बार गुनगुना पानी पीने से सर्दी, खांसी और गले की खराश, खांसी और जुकाम से लड़ने में मदद मिलती है। गर्म पानी गले में सूजन को कम करता है और शरीर से तरल पदार्थ और बाहर निकालने में मदद करता है।

अदरक वाली चाय: टेस्टी स्वाद होने के साथ-साथ, अदरक में भीनी खुशबू भी होती है, जो की आम सर्दी और खांसी के इलाज में बहुत सहायक है। इसके लिए आप अदरक को बारीक कूट कर अच्छे से उबाल कर चाय के रूप में पिए तो आपको जल्द ही लाभ होगा। चाय बहती हुई नाक को सही करने और गले की खरास को दूर करने में मदद करती है। अदरक आपको आम खांसी से भी राहत देता है और सामान्य खांसी को तेजी से ठीक होने में मदद करता है।

स्टीम (भाप) लेना: गर्म पानी की भाप में साँस लेने से आपकी नाक साफ हो जाती है और अस्थायी रूप से साइनस का दबाव भी कम हो जाता है। भाप आपके गले और नाक के ऊतकों को गीला करके भिगोता है। स्टीम के प्रभाव को बढ़ाने के लिए आप गर्म पानी में थोड़ी मात्रा में नीलगिरी डाल सकते हैं।

मिल्क और हल्दी: हल्दी हमारी रसोई का एक बहुत जरुरी घटक है, जो लगभग सभी भारतीय रसोई में पकने वाले भोजन में पाया जाता है। हल्दी एक अच्छा एंटीआॅक्सिडेंट भी है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करने में सहायक है। गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीना सर्दी और खांसी से लड़ने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है। आप सोने से पहले एक गिलास दूध में थोड़ी-सी हल्दी मिलाकर पिये, इससे जुकाम में तेजी से ठीक होने में मदद मिलती है।

गुड़ का काढा: काली मिर्च, जीरा और गुड़ के साथ उबला हुआ पानी मिला कर काढ़ा बनाये इसको खाने से आपके सीने में जमाव (बलगम) से राहत मिल सकती है।

हल्का भुना हुआ लहसुन: इस घरेलु उपाय के लिए आपको, लहसुन को घी में भूनना है और इसे तब तक गर्म करे, जब तक की ये हल्के भून नहीं जाते। फिर भुने हुए लहसुन को बहार निकाल कर हल्का ठंडा होने पर इसका सेवन करे, हो सकता है भुना हुआ लहसुन आपको खाने में थोड़ा कड़वा लगे, लेकिन ठंड के मौसम में ये नुस्खा बहुत ही कारगर है और जिससे आपकी सर्दी-खांसी और जुकाम पर बहुत प्रभाव पड़ता है।

शहद का सेवन करना: शहद अत्याधिक स्वादिष्ट तो होता ही है साथ ही इसमें रोगाणुरोधी गुण भी होते हैं, जो बैक्टीरिया और वायरस जैसे रोगाणुओं से लड़ने में मददगार होते हैं। गुनगुने पानी में शहद मिलाकर पीने से जुकाम और फ्लू से राहत मिलती है।

विटामिन-सी का सेवन: विटामिन-सी हमारे शरीर की रोग क्षमता को बढ़ाकर हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत और स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नियमित आहार में विटामिन-सी का सेवन करने से सर्दी और फ्लू और कई अन्य बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है। यह हमारे शरीर में रक्त के परवाह में भी सुधार करता है।

अलसी का बीज: सर्दी और खांसी के इलाज के लिए अलसी का बीज भी एक अन्य उपाय हैं। अलसी के बीज को अच्छे से उबाल कर आप इसका उपयोग कर सकते है। इसके लिए आप अलसी के बीज को तब तक उबाले जब तक कि यह गाढ़ा होकर नीचे न बैठ जाए पर इसे बहुत ज्यादा गाढ़ा भी नहीं करना है और न ज्यादा तनाव युक्त बनाना है। अलसी के बीज में आप नींबू के रस और शहद की कुछ बूंदें डालें, जिससे आपका जुकाम ठीक हो जायेगा।

गुनगुने पानी से कुल्ला करना: गुनगुने पानी से कुल्ला करना पुराने समय से चला आ रहा एक घरेलु नुस्खा है, जो की सर्दी के मौसम में खांसी और जुकाम से राहत पाने के लिए बहुत ही प्रभावी और कारगर है। आप गरारे करने के लिए कई तरह के पानी के घोल का इस्तेमाल कर करते हैं, जैसे गर्म पानी में थोड़ा-सा नमक मिला कर, शहद और नींबू के रस को गर्म पानी में मिला कर, या फिर सिर्फ गर्म पानी से गरारे करना भी गले की खराश में कारगर हो सकता है।

गेहूं की भूसी: घर पर जुकाम और खांसी के उपचार के लिए आप गेहूं की भूसी का भी उपयोग कर सकते हैं। थोड़ी-सी गेहूं की भूसी, लौंग और कुछ नमक लेकर पानी में इसे मिलाकर उबाल लें और इसका एक काढ़ा तैयार करें। इसका एक कप काढ़ा पीने से आपको तुरंत आराम मिलेगा। गेंहू की भूसी का प्रयोग करने से आपको सर्दी-खांसी और जुकाम की तकलीफ से जल्द आराम मिलेगा।

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