चुनावों में हो रहा बेतहाशा खर्च कितना सही
इस बार के लोकसभा चुनाव की खासियत यह है कि यह सबसे महंगे चुनाव होंगे। वैसे भी दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत में चुनाव संपन्न करवाना अपने आप में एक चुनौती है। विशाल भूखंड और विशाल जनसंख्या को देखते हुए तय समय में शांतिपूर्ण,पारदर्शी और व्यवस्...
चुनावी मुद्दों में युवाओं की उपेक्षा क्यों ?
लोकसभा चुनाव का रंग गहरा रहा है। विभिन्न पार्टियों ने अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं और धीरे-धीरे प्रचार अभियान जोर पकड़ने लगा है। विभिन्न राजनीतिक दल इन चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाने जा रहे पहली बार मतदाता बने युवाओं तक पहुंचने और उन्हें अपनी ओर खी...
वायुसेना की बेमिसाल ताकत बनेगा चिनूक
भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ाने के लिए गत 26 मार्च को दुनियाभर के कई प्रमुख देशों में लोकप्रिय 'चिनूक हेलीकॉप्टर वायुसेना के बेड़े में शामिल हो गए। हालांकि वायुसेना को अभी अमेरिका में निर्मित ये चार हेलीकॉप्टर ही मिले हैं, शेष 11 चिनूक भी अगले वर्ष मार्...
आरटीई की सफलता के लिये जरूरी है सरकारी स्कूल
शिक्षा अधिकार कानून लागू होने के 9 साल पूरे हो चुके हैं और आज की स्थिति में 90 फीसदी से अधिक स्कूल आरटीई के मानको पर खरे नहीं उतरते हैं। इस दौरान सरकारी स्कूलोँ की स्थिति और छवि दोनों खराब होती गई है। इसके बरक्स निजी संस्थान लगातार फले-फूले हैं। इससे...
जनहित के मुद्दे से बहस चुनाव में गायब क्यों ?
चुनावी तारीखों का एलान हो चुका है। ऐसे में 2019 के चुनावी महाभारत में अपने-अपने तरीके से राजनीतिक दल तरकश से तीर रूपी वादे और दावे करना शुरू कर दिए हैं। कांग्रेस अगर रोटी और राम के सहारे पुनर्जन्म की बाट जोह रहीं, तो समूचा सत्तापक्ष चौकीदार बन 272 के...
नया रोजगार मिलना तो दूर, बेरोजगारी और बढ़ गई
मोदी सरकार के तमाम दावों और वादों के बावजूद देश में नौजवानों को नये रोजगार तो मिलना दूर, उल्टे जो काम पर लगे थे, वे भी बेरोजगार हो रहे हैं। ग्रामीण भारत में साल 2011-12 और 2017-18 के बीच करीब 3.2 करोड़ अस्थायी मजदूरों से उनका रोजगार छिन गया। इनमें से ...
पाठयक्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक सार्थक पहल
टेक्नोलॉजी के बदलते दौर को ध्यान में रखते हुए सेंट्रल बोर्ड आॅफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) आने वाली शैक्षणिक सत्र में स्कूल के पाठ्यक्रम में कुछ नए विषयों को शामिल करने जा रहा है। इन विषयों में से एक है -आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानि कृत्रिम बुद्धमत्ता...
स्पेस वार की चुनौतियों के बीच अंतरिक्ष महाशक्ति बनता भारत
भारत ने मिशन शक्ति के अंतर्गत अंतरिक्ष में एंटी सैटेलाइट मिसाइल से एक लाइव सैटेलाइट को नष्ट करके अपना नाम अंतरिक्ष महाशक्ति के तौर पर दर्ज करा लिया है और भारत ऐसी क्षमता प्राप्त करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया है। अब तक यह क्षमता अमेरिका, रूस और ...
एक नहीं रह सके कांग्रेस विरोधी दल, इंदिरा ने की वापसी
आपातकाल के बाद एकजुट हुए दलों में टूट तथा सत्ता से बेदखल होने के बाद तरह तरह की राजनीतिक चुनौतियों से जूझ रही ‘आयरन लेडी’ इंदिरा गांधी के जनता से सीधे जुड़ने के अभियान का 1980 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस (आई) को फायदा मिला और वह भारी बहुमत से फिर से ...
परंपरा को सहेजता एक आयोजन, विरासत और शुद्धता से जोड़ने का अनूठा प्रयास
राजस्थान की राजधानी जयपुर के आमेर की खूबसूरत वादियों के किनारे जल महल के सामने बने राजस्थान हाट का नजारा 14 से 17 मार्च तक अद्भुत और अनूठा इस मायने में था कि स्वाद, चहक, खुषबू और महक से सराबोर प्रदेश के कोने-कोने के व्यंजनों, मसालों, पात्रों का इस तर...
जनप्रतिनिधि इतने जल्दी अमीर कैसे हो जाते हैं?
वर्ष 2019 के आम चुनाव में वैसे देखा जाये तो न सत्तापक्ष और न विपक्ष के पास कोई बुनियादी मुद्दा हो। यह चुनाव मुद्दााविहीन चुनाव हैं? जो लोकतंत्र के लिये एक चिन्ताजनक स्थिति है। बावजूद इसके एक अहम मुद्दा होना चाहिए कि हमारे जनप्रतिनिधि इतने जल्दी अमीर ...
जेकेएलएफ पर सरकार का हथौड़ा
पुलवामा आतंकी हमले के बाद घाटी में आतंकियों के पैरोकार बनते रहे अलगाववादियों की कमर तोड़ने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा जो कदम उठाये जा रहे हैं, उनकी जरूरत जम्मू कश्मीर में अमन-चैन की बहाली के लिए लंबे समय से महसूस की जा रही थी। इसी कड़ी में सबसे पहले स...
पारदर्शी लोकतंत्र की ओर बड़ा कदम
आखिरकार लोकपाल की नियुक्ति हो ही गई। लोकसभा चुनाव के ठीक पहले मोदी सरकार ने उच्चस्तरीय भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए इस बहुप्रतीक्षित निर्णय को लागू कर दिया। मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल के आखिरी समय में लोकपाल की नियुक्ति कर विपक्ष के हाथ से बड़ा मुद...
वंशवाद लोकतंत्र के लिए हितकारी या विनाशकारी
वंशवाद ने एकबार फिर देश की सियासत को गरमा दिया है। लोकसभा चुनाव के आते ही देश में परिवार और वंशवाद की राजनीति एक बार फिर जोर शोर से हिलोरे मारने लगी है। इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंशवादी राजनीति के मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला बोला है। मोदी न...
नेहरू के चीन प्रेम ने भारत का रास्ता रोका
मसूद अजर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के बारे में चीन द्वारा चौथी बार विशेषाधिकार शक्ति का प्रयोग करने के बाद भारत अब नेहरू द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् की स्थायी सदस्यता स्वीकार न करने की ऐतिहासिक भूल के प्रति जागा है और अब आम चुनव...