‘यदि मन में लगन, उत्साह और एकाग्रता हो तो इंसान सब कुछ हासिल कर सकता है’
उन दिनों सुभाष चंद्र बोस ...
Cleanliness Campaign: विदेशी धरा पर ‘शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर कमेटी’ ने वातावरण की शुद्धता को चलाया अभियान!
लंदन व बर्मिंघम ने लगाए 6...
Body Donation: 74 वर्षीय बिमला इन्सां मरणोपरांत भी ‘अमर सेवा मुहिम’ में दे गईं योगदान
बिमला इन्सां के मृत शरीर ...
राजिन्द्रा ब्लड बैंक और लाईफ लाईन ब्लड बैंक ने किया डेरा सच्चा सौदा का सम्मान
समाजसेवा की मिसाल : कोरोन...
संत शेख फरीद
महापुरुष सूखे नारियल की तरह होते हैं और आम आदमी गीले नारियल जैसा। जब तक वह भौतिक वस्तुओं के आकर्षण और रिश्ते-नातों के मोह में बँधा है, कष्ट की नौबत आने पर दुखी होता है, जबकि संत-महात्मा सूखे नारियल की भाँति मोह से परे होते हैं, जैसे खोल से सूखा नारियल।
प्रेरणास्त्रोत: हार और जीत
हमारे लिए यश-अपयश, जीवन-मरण, सुख-दुख, मित्र-शत्रु सभी एक समान होते हैं। हमें हार और जीत के फेर में पड़ना ही नहीं चाहिए।' जीव गोस्वामी को अपनी भूल का अहसास हो गया। उन्होंने तुरंत क्षमा मांग ली।