जगतार सिंह ने शराब बेचने का धंधा छोड़ खोली कपड़े की दुकान

  • ग्राम सरपंच ने की जगतार सिंह के जज्बे की सराहना

  • नशा बेचने वाले भी ये कार्य छोड़कर कर रहे अन्य रोजगार शुरू

सच कहूँ/राजू
ओढां। ‘जागो दुनिया दे लोको, नशा जड़ तों पुट्टणा’। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा नशे के खिलाफ चलाई गई ‘डेप्थ’ मुहिम समाज में बदलाव लाकर घरों में खुशियां लौटाने का कार्य कर रही है। इस मुहिम से जुड़कर जहां नशा करने वाले नशे से तौबा कर रहे हैं तो वहीं नशा बेचने वाले भी ये कार्य छोड़कर अन्य रोजगार शुरू कर रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण गांव लक्कड़ांवाली में जगतार सिंह के रूप में देखा जा सकता है। जगतार सिंह में आए इस बदलाव से जहां लोग आश्चर्यचकित हैं तो वहीं परिजन भी काफी खुश हैं।

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दरअसल गांव लक्कड़ांवाली निवासी 47 वर्षीय जगतार सिंह पिछले काफी समय से कमीशन पर शराब बेचने का धंधा करता था। इस कार्य को छोड़ने के लिए उसके शुभचिंतकों व परिजनों ने उसे काफी बार कहा। वहीं ग्राम सरपंच भीम सिंह दादरवाल ने पूज्य गुरु जी की ‘डेप्थ’ मुहिम से प्रभावित होकर गांव में नशा मुक्त अभियान चलाने का संकल्प लिया। इसी के तहत सरपंच भीम सिंह व गांव के डेरा अनुयायी डॉ. गुरजंट इन्सां ने जगतार सिंह को बुलाकर पूज्य गुुरु जी की मुहिम बारे अवगत करवाते हुए ये कार्य छोड़कर कोई अन्य कार्य करने के लिए कहा।

पूज्य गुरु जी के वचनों से हुआ प्रभावित: जगतार सिंह

जगतार सिंह ने बताया कि वह डेरा सच्चा सौदा का अनुयायी तो नहीं है, लेकिन वह गांव में अन्य अनुयायियों को देखकर काफी प्रभावित हुआ। वह अक्सर मोबाइल पर पूज्य गुरु जी के सत्संग सुनता था। जगतार सिं सत्संग में फरमाए गए वचनों से काफी प्रभावित हुआ। ग्राम सरपंच व डॉ. गुरजंट इन्सां ने जगतार सिंह को आश्वस्त किया कि यदि वह शराब बेचने का धंधा छोड़ देगा तो वे उसके अन्य रोजगार में पूरा सहयोग करेंगे।

जिसके बाद जगतार सिंह ने अपना शराब बेचने का पुराना धंधा छोड़कर रेडीमेड कपड़े की दुकान शुरू की। जगतार सिंह में अचानक आए बदलाव से उसके परिजन ही नहीं बल्कि ग्रामीण भी अचम्भित हुए। जगतार सिंह आज अपनी नई कपड़े की दुकान में अपनी पत्नी रानी के साथ खुश है। जगतार सिंह ने कहा कि उसने पहले जो शराब बेचने का धंधा किया उसका उसे आज बहुत पछतावा है।

मैं आज ये धंधा छोड़कर अपने नए कार्य में बहुत खुश हूं

मैंने लंबे समय तक शराब बेचने का कार्य किया। लेकिन स्वयं कभी शराब या अन्य नशा नहीं किया। मैं पूज्य गुरु जी की ‘डेप्थ’ मुहिम एवं वचनों से काफी प्रभावित हुआ। ग्राम सरपंच भीम सिंह व डेरा अनुयायी डॉ. गुरजंट इन्सां ने मुझे पूरा सहयोग किया। मैं आज ये धंधा छोड़कर अपने नए कार्य में बहुत खुश हूं। उन सभी लोगोंं से आह्वान करता हूं जो नशा बेचते या करते हैं कि इस बुराई को छोड़कर स्वच्छ समाज निर्माण में सहयोग दें। मैं ‘डेप्थ’ मुहिम के लिए पूज्य गुरु जी का बहुत आभारी हूं जो नशे के कारण उजड़ रहे घरों में खुशियां लौटाने का कार्य कर रहे हैं।
 जगतार सिंह।

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