बेमिसाल साध-संगत का उत्साह, देखें शानदार व्यवस्था

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सरसा। पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज का 63वां पावन महारहमोकर्म (गुरुगद्दीनशीनी) दिवस मंगलवार को डेरा सच्चा सौदा शाह सतनाम जी धाम में एमएसजी भंडारा साध-संगत श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया।पावन एमएसजी महारहमोकर्म दिवस पर पहुंचने वाली साध-संगत के लिए डेरा सच्चा सौदा प्रबंधकीय समिति द्वारा बेहतरीन प्रबंध किए गए। इसके बावजूद साध-संगत के भारी उत्साह के समक्ष सभी प्रबंध छोटे पड़ते दिखाई दिए। एमएसजी भंडारे की शुरूआत में ही सभी टैÑफिक ग्राउंड साध-संगत के वाहनों से खचाखच भर गए थे।

इस दौरान ट्रैफिक समिति के सेवादारों ने मुख्य मार्गों पर वाहनों के आवागमन को अच्छे ढंग से सुचारू रखा। वहीं पानी समिति के सेवादारों ने भी बखूबी स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की। साथ ही पंडाल में सेवादार ट्रे द्वारा भी पानी पिला रहे। इसके अलावा सफाई समिति के सेवादारों ने भी बेमिसाल सेवा भाव दर्शाया। इस दौरान जगह-जगह पर डस्टबीन रखे गए थे। जहां भी थोड़ा सा कूड़ा-कचरा दिखता सेवादार तुरंत उसे साफ कर देते।

भंडारे की खुशियों से महका आलम

पावन भंडारे की खुशियों से पूरा आलम महका हुआ है। डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत की खुशियों का कोई ठिकाना नहीं है और हर कोई इस पावन दिवस की खुशियों से झोलियां भर लेना चाहता है। आपको बता दें कि इस अवसर पर सभी समितियों के सेवादारों ने अपनी-अपनी ड्यूटियां संभाल ली हैं। वहीं शाह मस्ताना जी धाम और शाह सतनाम जी धाम को दीयों, रंग-बिरंगी लड़ियों, झंडियों के साथ भव्य रूप से सजाया गया है।

परम पिता शाह सतनाम जी महाराज का 63वां पावन एमएसजी महारहमोकर्म (गुरुगद्दीनशीनी) दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एमएसजी भंडारे पर पूज्य गुरु जी ने आॅनलाइन गुरुकुल के माध्यम से करोड़ों साध-संगत को दर्शन दिए। पूज्य गुरु जी ने सभी साध-संगत को एमएसजी महारहमोकर्म दिवस की बधाई दी। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि भगवान खुशियां दे।

सबको बहुत-बहुत आशीर्वाद। मालिक सबको खुशियों से नवाजे। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि इस दिन 28 फरवरी को सार्इं दाता रहबर कुल मालिक शाह मस्ताना जी महाराज ने परम पिता शाह सतनाम जी दाता रहबर को गुरगद्दी पर बैठाया और आप वो तस्वीर भी देख सकते हैं। आज वो ही दिन है और परम पिता शाह सतनाम सिंह जी दाता रहबर ने हम पे महान उपकार किए। उन्होंने फरमाया हम थे, हम हैं, हम ही रहेंगे। ये अपनी मुरीदों के लिए अपने शिष्यों के लिए बात कही गई और आज भी फिर से वो ही बात जो सच्चे सौदे के साढ़े 6 करोड़ लोग राम-नाम से जुड़े हैं, नशे छोड़ चुके है, बुराइयां छोड़ चुके हैं, भक्ति से जुड़ गए हैं। आज फिर वही बात फिर से दोहराते हुए हम फिर कहते हैं कि बेपरवाह जी ने ये ही फरमाया था हम थे, हम हैं, हम ही रहेंगे आज भी ज्यों का त्यों बरकरार है।

उनकी कही हुई बात अपने मुरीदों को साढ़े 6 करोड़ लोग जो सच्चे सौदे के अनुयायी है भक्त है यानी जिन्होंने नशे छोड़े हैं, बुराईयां छोड़ी है तो आज का दिन विशेष हो जाता है कि आज के दिन में दाता रहबर ने सरेआम जाहिर किया कि हम शाह सतनाम जिसे दुनिया ढुंढती है आप सबके सामने उनको बिठा रहे हैं। मुर्शिदे-कामिल दाता का जो रहमोकर्म है हम सबपे बेइंतहा है। वो गांवों-गांवों में शहरों में कस्बो में जा जाके नशा छुड़ाया। बुराइयां छुड़ाई और नर्क जैसे घरों को स्वर्गमय बना दिया तो उस दाता को अरबो-खरबो बार सजदा है।

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