‘पैरेंटल कंट्रोल ऐप्स’ के जरिए बच्चों पर कंट्रोल जरूरी – पूज्य गुरु जी

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बरनावा (सोनू)। कीमती है समां, इसे लगाता कहा, सत्संग में आ जा फायदा उठा जा, देखे जो सब नाशवान…. आज के लाइव प्रोग्राम में पूज्य गुरु संत डॉक्टर गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने इसी भजन पर व्याख्या करते हुए फरमाया कि समय हमेशा से कीमती रहा है। किसी को बचपन में अहसास हो जाता है, बहुत ही भाग्यशाली, कोई जवानी में अहसास कर लेता है वो भी भाग्यशाली है, कोई अधेड़ अवस्था में अहसास कर लेता है वो भी अच्छा है, कोई बुजुर्ग अवस्था में जाके अहसास करता है, ना से तो वो भी अच्छा है। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि समय एक ऐसी अनमोल वस्तु है जो निकल गया तो वापिस आने से तो रहा।

आप कहते हैं कि ये तारीख फिर नहीं आती, आप तारीख की बात करते हैं, जो पल गुजर गया वो दोबारा नहीं आता। आज की तारीख, आज का दिन, आज का सन् और आज का ये पल ये जब गुजर गया तो फिर कब आएगा? कहने का मतलब चाहे आप कागजों में देख लो, चाहे वैसे सोच लो, समय कभी भी किसी के लिए ना तो रूका था, ना रूका है और ना कभी रूकेगा। ये तो चलता रहता है। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि घड़ी खराब किसी के हाथ में बंधी देखी है, देखी होगी कहीं कई होते हैं मस्त मलंग, पर वैसे कोई बांधता नहीं, आजकल तो बच्चे वैसे ही नहीं बांधते, क्योंकि जेब में से निकाला तो टाइम क्या, टाइम किया तो जरूरत ही नहीं पड़ती, गेम में तो खेलना होता है, या चैटिंग, या सर्चिंग या गेमिंग और बेचारे मसल बड़े-बड़े रोते हैं और भजन हमने बनाया, सुनाएंगे टाइम के अकोरडिंग कभी। पूज्य गुरु जी ने आगे फरमाया, पर टाइम उनके लिए भी नहीं रूकता, टाइम किसी के लिए नहीं रूकता, ये चलता चला जाता है। टाइम एक ऐसी चीज है ये रूक गया तो सब कुछ रूक जाएगा।

मनुष्य चल सकता है समय के अनुसार

पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि मनुष्य ही एक ऐसा जीव है जो इस टाइम के साथ चल सकता है, चल तो और भी सकते हैं पर उनको इतनी अकल नहीं है कि वो समय के अकोरडिंग चल सके। समय के अनुसार चलना बेहद जरूरी है। हम ये नहीं कहते कि मोबाइल फोन ना रखो, हम ये नहीं कहते कि टीवी ना देखो, समय की बात है कभी कहा भी था, पर आज समय है नहीं कहते। समय के अनुसार पीर फकीर अपनी बात का थोड़ा-थोड़ा चेंज करते रहते हैं लेकिन हम तो आपसे हाथ जोड़कर ये ही कहते हैं कि गंदगी मत देखो, अच्छी चीज देखो। सीखना है तो इन्हीं डिवाइस पे बहुत कुछ सीखा जा सकता है। बड़ी तरक्की की जा सकती है और बहुत कुछ कमाया भी जा सकता है, लेकिन आप गंवाते ज्यादा हो कमाते कम हो। कंटिन्यूू छोटे-छोटे बच्चे गेम खेल रहे हैं, क्या गवा बैठते हैं ? आंखे उड़ जाती है, बड़े-बड़े चश्में, मोटे-मोटे आंखों पे आ जाते हैं।

पिछली बार बच्चों ने बताया था एमएसजी आईटीविंग वालो ने कि शायद कोई ऐसी ऐप आ गई है कि पेरेंट्स अगर उसको उसमें डाल दे, बच्चे छोटे हैं तो अगर वे मोबाइल देखेंगे तो आपको पता चलेगा कितना टाइम उन्होंने देखा और क्या-क्या देखा, और ये ही नहीं उनको लॉक भी सकते हैं आप, ये-ये चीजे कभी नहीं देखेंगे। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि तो हम चाहते हैं हमारे सत्संगी तो खासकरके बाकी तो मतलब हम जितने लोग सुन रहे हैं हम सबसे हाथ जोड़कर चाहेंगे कि ये ऐप जिनके छोटे बच्चे हैं, वो अपने फोन में जरूर डाउनलोड करवाएं। हम उनकी कोई मशहूरी नहीं कर रहे हम कोई ब्रांड एम्बेसडर नहीं है ऐप वालों के लेकिन हमारा कहने का मतलब ये है कि आपका बच्चा बचपन में जवान न हो जाए, समझदार को इशारा काफी है।

क्योंकि बचपन की जवानी घातक होती है। जवानी जब आए तभी सही है। बचपन में वो उनके नॉलेज के लिए नहीं है। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि हमारे हिंदू धर्म में 25 साल रखे हुए थे ब्रह्मचार्य का सख्ताई से पालन। उनको पता ही नहीं होता था इन चीजों का, गुरुकुल में ऐसी चीजे होती ही नहीं थी। सिर्फ पढ़ाई, शरीर को बनाना, दिमाग को बढ़ाना, ये चीजे वहां सिखाई जाती थी। बड़ों का सत्कार करना, इन्सानियत का पाठ पढ़ाना, इज्जत, सत्कार के साथ जीना और ससम्मान जीने की शिक्षा देना और दूसरों को भी सम्मान करना ये चीज सिखाई जाती थी, 25 साल तक, अगले 25 साल होते थे, जो घर गृहस्थ के लिए होते थे। लेकिन वो जो पहले 25 साल है, हमने एक जगह वो भी पढ़ा, कि जब बच्चों की शादी तक रख दी जाती थी, तो उसमें उस गृहस्थ जिंदगी की ट्रेनिंग के लिए भी दो तीन महीने होते थे, उनको सब कुछ समझाया जाता था।

गजब है, कमाल है, क्योंकि बहुत से रोग इससे अनजान होने की वजह से भी बीमारियों का खरीद लेते हैं, बीमारियों का घर बन जाते हैं। तो ये जरूरी है कि आप उस ऐप को जरूर डाउनलोड करें अगर है तो। पिछली बार जिक्र चला था, उसका नाम क्या है, अगर पॉसिबल हो, वैसे बाहर कोई और आदमी ये चीज कहे तो कंपनी वाले से पहले कॉन्टेंट करेगा मैं तेरा नाम लेने जा रहा हूं, मुझे क्या देगा। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि कह रहे हैं कि बहुत सारी ऐप है, फिर भी जो अच्छी हो, लॉक किए जा सके चैनल, चैनलों को लॉक कर सके मां-बाप, ये चैनल खोल ही नहीं सकता, अगर ऐसा कुछ हो तो हमें जरूर दो तीन चार जो भी हो हमें लिखकर भेजियेगा।

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