देश में वायु प्रदूषण की समस्या बहुत गंभीर

Air Pollution

देश के लिए यह बेहद चिंताजनक बात है कि दिल्ली सहित 18 शहर दुनिया के 20 सबसे अधिक प्रदूषित शहरों में गिने गए हैं। अमेरिका की संस्था ‘हैल्थ इफैक्ट इंस्टीच्यूट’ ने अपनी ताजा रिपोर्ट में भारत के वायु प्रदूषण की परिस्थितियों के बारे में जानकारी दी है। यह बात भी सामने आई है कि वायु प्रदूषण में दिल्ली सबसे ऊपर है, जहां प्रदूषण के कण पीएम 2.5 के स्तर पर हैं। इस महानगर में एक लाख की आबादी के पीछे 106 मौतें वायु प्रदूषण के कारण हो रही हैं। सच ही, वायु प्रदूषण हमारे देश खासकर बड़े महानगरों के लिए बहुत बड़ी समस्या बन गया है। लगातार बढ़ रहे औद्योगिकरण और यातायात के साधनों ने वायुु सहित पानी और धरती को भी प्रदूषित कर दिया है। बीमारियां जिदंगी का आम हिस्सा बनती जा रही हैं और लोगों का स्वास्थ्य के लिए बजट बढ़ता ही जा रहा है।

अपने कारोबार और नौकरियों के चलते लोग दिल्ली जैसे महानगरों को चाह कर भी छोड़ नहीं पा रहे। यहां कुछ हिस्सों में सड़कों पर स्वांस लेना मुश्किल हो रहा है। इस मामले को गंभीरता से लेकर योजना बनाने की बजाय तुरंत ही इसके हल के लिए कदम उठाने होंगे। केन्द्र और राज्य सरकार को पर्यावरण वैज्ञानिकों की सेवाएं लेकर ठोस निर्णय लेने होंगे। वास्तविकता में तकनीक और निवेश बढ़ाने पर जोर देना होगा। आर्थिकता को गति देने के लिए उद्योग आवश्यक हैं। उद्योगों के लिए सरकारों को विशेष ध्यान देना होगा। रिहायशी क्षेत्रों में अवैध चल रहे उद्योगों की जगह बदलने के लिए पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ काम करने की आवश्यकता है। वास्तव में पानी या धरती के प्रदूषण से तो इन्सान किसी हद तक अपना बचाव कर सकता है। पानी को फिल्टर करके पिया जा सकता है लेकिन वायु के जहर से किसी का भी बचना नामुमकिन है।

प्रदूषण की रोकथाम के लिए मजबूत और वैज्ञानिक नीतियां तैयार करनी होंगी और तय समय के अंदर उनको अमल में लाना होगा। असल में प्रतिदिन ही यातायात के लाखों नए साधन सड़कों पर उतर रहे हैं जो अधिक पेट्रोल और डीजल के ही हैं। सीएनजी की ज्यादा और आसान सप्लाई अभी तक सिर्फ महानगरों तक ही सीमित है। छोटे-मझोले शहरों में सीएनजी पंपों पर कई किलोमीटर तक लम्बी वाहनों की लाईनें लग जाती हैं। इलैक्ट्रिक चौपहिया और दोपहिया वाहन को सस्ते कर इनकी बिक्री बढ़ानी होगी। आज के समय में तेल रहित यातायात क्र ान्ति की बहुत आवश्यकता है। इसके साथ ही सार्वजनिक यातायात को महत्व देना होगा ताकि लोग निजी साधनों के प्रयोग को कम करें। साईकिल की वापिसी भी इस दिशा में अच्छे परिणाम ला सकती है।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।