साढ़े पांच फुट पानी, जान को खतरा, फिर भी डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों में सेवा का जज्बा

Haryana Flood
दूर-दूर तक चार-पांच किलोमीटर तक समुंद्र बने खेत घग्गर नदी में आई बाढ़ के कारण मची तबाही

Haryana Flood: दूर-दूर तक चार-पांच किलोमीटर तक समुंद्र बने खेत घग्गर नदी में आई बाढ़ के कारण मची तबाही को बयान कर रहे हैं। यह डरावना दृश्य बना हुआ है जिला सरसा (Sirsa) के गांव फरवार्इं, झंडा खुर्द, रंगा, पनिहारी और मुसाहबवाला का। पानी को देख कमजोर व्यक्ति का दिल हिल जाता है परंतु डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालुओं की हिम्मत देखकर सिर उनकी शान में झुक जाता है। गांव मुसाहबवाला का आंखों देखा हाल यह है कि एक नाव में डेरा सच्चा सौदा के 5-7 सेवादार सवार हो जाते हैं और 2-3 सेवादार नाव को रस्सी से खींचकर पानी में फेंकते हैं। जैसे-जैसे यह नाव आगे बढ़ती है तो नाव के साथ चल रहे सेवादारों के कमर-कमर तक पानी पहुंच जाता है। Haryana Flood

नाव और आगे आधा किलोमीटर तक पहुंचती है तो पानी सेवादारों की छाती तक पहुंच जाता है। नाव का आगे बढ़ना जारी रहता है और सेवादारों के सिर्फ सिर ही नजर आने लगते हैं और अंत में यह नाव एक मकान के आगे जाकर रुकती है। सेवादार बिजली जैसी फूर्ती और भारी उत्साह के साथ मकान में दाखिल होते हैं और मकान में पड़े बैड, चारपाई, टेजीविजन, मेज, संदूक और कुर्सियों सहित घर का सारा सामान नाव पर लादकर फिर किनारे की तरफ वापसी चल देते हैं। पूरे का पूरा घर पानी में तैरता नजर आता है। इस दरमयान खबरें भी आती है कि नदी में पानी एक फुट और बढ़ गया। Sirsa Flood

पल-पल जान को खतरा, पर सेवादारों के चेहरों पर चिंता का निशान तक नहीं बल्कि चेहरों पर सेवा का जज्बा, त्याग की झलक और दिल को तसल्ली कि हम किसी के काम आएं, किसी का बड़ी मेहनत से बनाया घर का सामान बचा लिया गया। जब उनसे पूछा गया कि इस जज्बा, समर्पण और निडरता का राज क्या है, तो एक ही जवाब मिला अपने गुरु की शिक्षा का सब कमाल है और अपने गुरु के वचनों पर चल कर हम धन्य हो गए, हमारा जीना सफल हो गया। इस जज्बे को देखकर महसूस हुआ कि घग्गर की विशालता से अधिक इन सेवादारों के दिल में ठाठें मारते इंसानियत के जज्बे का अथाह समुंद्र है, जिसे नापा नहीं जा सकता। Haryana Flood
                                                                                                                 संपादक

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