लॉरेंस बिश्नोई के नाम से धमकी देकर वसूली करते थे बदमाश

फिर पकड़ा गया दुबई, पाकिस्तान के जरिये भारत में ठगी करने वाला गिरोह

  • पुलिस ने चार आरोपियों को पकड़कर सलाखों के पीछे भेजा
  • आरोपियों के कब्जे से 99 एटीएम कार्ड, 62 सिम कार्ड और एक बैंक पास बुक बरामद

गुरुग्राम। (सच कहूँ/संजय मेहरा) गुरुग्राम पुलिस ने एक बार फिर पाकिस्तान और दुबई में बैठे बड़े बदमाशों से कनेक्शन रखने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। उनके इशारों पर गिरोह के सदस्य लोगों को धमकी देकर पैसा वसूलते थे। पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से 99 एटीएम कार्ड, 62 सिम कार्ड और एक बैंक पास बुक बरामद की। पुलिस अतिरिक्त उपायुक्त (अपराध) प्रीतपाल ने शनिवार को बताया कि चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

जानकारी के अनुसार बीते माह तीन जुलाई को सदर थाना सोहना में एक प्रॉपर्टी डीलर के वाट्सअप पर धमकी भरी कॉल आई थी। जिसमें उनसे पांच लाख रुपये बैंक खाते में डालने की बात कही गई। ऐसा ना करने पर परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई। डीलर ने कॉल करने वाले से कहा कि वह एक किसान परिवार से संबंध रखता है। उसके पास इतने पैसे नहीं है। जिस पर उन्हें फिर धमकी दी गई कि उसके पूरे परिवार को खत्म कर दिया जाएगा। धमकी देने वालों को खुद को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर बताते हुए कहा कि वही लॉरेंस बिश्नोई, जिसने सिद्धू मूसेवाला को मरवाया है।

पीड़ित प्रॉपर्टी डीलर की शिकायत पर सदर थाना सोहना में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया और मामले की जांच शुरू की गई। क्राइम ब्रांच सोहना के इंचार्ज इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश के नेतृत्व में धमकी देने वालों की कुंडली खंगालनी शुरू की गई। साथ ही उनकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू किए। पुलिस ने रितिक (19), गुलशन (20), बंटी कुमार (24) और संदीप उर्फ सैंडी (20) को गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से 99 एटीएम, 62 मोाबइल सिम कार्ड, 23 मोबाइल और एक पासबुक बरामद हुई है।

दुबई व पाकिस्तान से जुड़े हैं इनके तार

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अपराध प्रीतपाल का कहना है कि पकड़े गए आरोपियों के तार दुबई और पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं। दुबई और पाकिस्तान के लोगों से इनकी बातचीत के सबूत मिले हैं। उन्हीं के इशारों पर ये इस तरह के अपराध की घटनाओं को अंजाम देते थे। ये लोगों को फोन करके धमकी देते थे और उन्हें फर्जी बैंक खातों में रकम जमा कराने को कहते थे। उन खातों को वे खुद ही आॅपरेट करते थे। जैसे ही कहीं से पैसा जमा होता तो वे अपना कमीशन रखकर उस पैसे को दुबई में बैठे अपने आकाओं को भेज देते थे। दुबई से पैसा पाकिस्तान जाता था।

फर्जी कॉल के झांसे में न आएं

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अपराध प्रीतपाल ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे ऐसे फर्जी कॉल के झांसे में ना आएं। इनसे डरें भी नहीं और घबराएं ना। पुलिस ऐसे गिरोह का पदार्फाश करने के लिए सक्रियता से काम कर रही है। ऐसी किसी भी प्रकार की कॉल आने पर पुलिस को सूचित करें। अपराधियों ने ठगी का यह नया तरीका निकाला है। सभी को सावधान रहने की जरूरत है।

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