लैबॉरेट्री टैस्ट में जांची जाएंगी सरकारी वर्दियां

uniforms will be examined in the laboratory test

शिक्षा विभाग ने सप्लाई के आई वर्दियों को भेजा लैबॉरेट्री, कपड़े का हो रहा टैस्ट
सरकार ने रोकी अदायगी, टैस्ट में पास होने के बाद ही जारी होगी पैमैंट
हर स्कूल की साईज अनुसार बदली जा रही वर्दी

चंडीगढ़(अशवनी चावला)। पंजाब के सरकारी स्कूलों में बांटी गई वर्दियों में इस्तेमाल की गई ईमानदारी का सच अब कोई अधिकारी नहीं बल्कि एक जांच लैबॉरेट्री बाहर लेकर आएगी। शिक्षा विभाग की ओर से सप्लाई की हुई स्कूली वर्दियों के कपड़े व अन्य मैटिरियल की चैकिंग के लिए लैबॉरेट्री को सैंपल भेज दिए हैं, जहां से यदि रिपोर्ट सही आई तो वर्दी सप्लाई करने वाली फर्म को रूपयों की अदायगी करने संबंधी रास्ते खोल दिए जाएंगे, नहीं तो एक भी वर्दी की अदायगी पंजाब सरकार नहीं करेगी।

लैबॉरेट्री में भी किसी भी तरह की कोई कमी न रह जाये या फिर कोई अन्य परेशानी पेश न आए इसलिए विभाग के अधिकारियों ने लैबॉरेट्री को ही पूरी तरह गुप्त रखा है, जिससे कोई भी व्यक्ति उस लैबॉरेट्री तक अपनी पहुंच ही न कर सके। जानकारी अनुसार के शिक्षा विभाग की ओर से इस बार दो कंपनियों को पंजाब के लाखों विद्यार्थियों को वर्दी सप्लाई करने का ठेका दिया गया था परंतु वर्दी सप्लाई करने वाली फर्म की तरफ से हर स्कूल में ही वर्दी का साईज छोटा-बड़ा सप्लाई कर दिया गया, जिस कारण पंजाब भर में सरकार व शिक्षा विभाग की काफी अधिक बदनामी हुई थी।

शिक्षा विभाग की ओर से वर्दी सप्लाई करने वाली फर्म की अदायगी को रोकते हुए उसे हर स्कूल की वर्दी बदल कर देने के आदेश दिए हुए हैं और काफी स्थानों पर वर्दी बदली भी जा रही है। शिक्षा विभाग वर्दी के साईज में हुई किरकिरी के बाद अब मैटीरियल के मामले में कोई भी रिसक नहीं लेना चाहता है, जिस कारण विभाग के अधिकारियों ने वर्दी का कपड़ा व मैटीरियल की चैकिंग करने के आदेश पिछले दिनों ही जारी कर दिए थे और आगामी सप्ताह में इस संबंधी लैबॉरेट्री रिपोर्ट भी तैयार कर विभाग के अधिकारियों को भेज देगी।

कपड़ा पाया गया बुरा क्वालिटी का तो नहीं की जाएगी अदायगी

स्कूलों में सप्लाई हुई वर्दी का कपड़ा लैबोरेट्री टैस्ट में यदि बुरा क्वालिटी का पाया गया या फिर वर्दी में लगे मैटीरियल अच्छा नहीं पाया गया तो सप्लाई टैंडर लेने वाली कंपनी को शिक्षा विभाग की ओर से अदायगी नहीं की जाएगी। शिक्षा विभाग अब इस मामले में काफी अधिक सख़्त हो गया है, जिससे विभाग की अब आगामी दिनों में स्कूल वर्दियों को लेकर कोई किरकिरी न हो। शिक्षा विभाग को डर है कि यदि कपड़े में कोई परेशानी त सामने आई तो सरकार की ही बदनामी होगी, इसलिए वर्दी सप्लाई करने वाली फर्म को रूपयों की अदायगी करने से पहले इस संबंधी चैकिंग करते हुए विभाग के अधिकारी संतुष्ट होना चाहते हैं।

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