गुम होते पोस्टकार्ड को सबके दिलों में तरोताजा करने का अनूठा प्रयास

postcard sachkahoon

सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। सूचना प्रौद्योगिकी में आ रहे बदलाव के बीच कभी पत्राचार का एक सशक्त माध्यम माने जाने वाले पोस्टकार्ड का संसार अब खत्म सा हो गया है। पोस्टकार्ड से मिलने वाली खबर की जगह फोन, मोबाईल, ई-मेल व चैटिंग ने ले ली है। लेकिन अब एक बार फिर देश के शिक्षा मंत्रालय व डाक विभाग द्वारा संयुक्त रूप से गुम हो चुके पोस्टकार्ड को सबके दिलों में तरोताजा करने का एक नया और अनूठा प्रयास किया है। इस प्रयास से जहां एक पंथ दो काज वाली कहावत सिद्ध होगी। इससे एक स्कूली बच्चों को केंद्र स्तर पर पोस्टकार्ड पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अच्छा मौका मिलेगा।

साथ ही बच्चे डाक विभाग के पोस्टकार्ड से रूबरू होंगे। दरअसल आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत 1 दिसंबर से 20 दिसंबर तक स्कूलों में पोस्टकार्ड राइटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रही है। इसको लेकर हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा प्रदेश के 14440 स्कूलों के 16 लाख 26 हजार 852 बच्चों के लिए पोस्टकार्ड खरीदने हेतु 8 लाख 13 हजार 426 रुपये का बजट जारी किया गया है। वहीं जिले के सरसा, रानियां, बड़ागुढां, नाथूसरी चोपटा, डबवाली, ओढां व ऐलनाबाद सहित 7 ब्लॉकों के 843 स्कूलों के 1 लाख 6 हजार 33 विद्यार्थियों के लिए 53 हजार 17 रुपए का बजट जारी हुआ है।

इन थीम पर होगी प्रतियोगिता

प्रतियोगिता के लिए विभाग द्वारा दो थीम निर्धारित की गई है। जिसमें आजादी के स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम शहीद व मेरा भारत 2047 में कैसा होगा शामिल हैं। इन दो थीमों में से किसी एक थीम पर छात्र-छात्राएं पोस्टकार्ड राइटिंग कर सकते हैं। इसमें सभी सरकारी व सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों को शामिल किया गया है। इस प्रतियोगिता में कक्षा चार से बारहवीं तक के छात्र-छात्राएं भाग ले सकते हैं। पोस्टकार्ड राइटिंग के लिए पोस्टकार्ड डाक विभाग सभी स्कूलों में उपलब्ध करवाएगा। बेहतर राइटिंग करने वाले बच्चों को केंद्र स्तर पर सम्मानित होने का मौका मिलेगा।

शिक्षा व डाक विभाग द्वारा गुम हो चुके पोस्टकार्ड को सबके दिलों में तरोताजा करने का एक नया और अनूठा प्रयास किया गया है। ताकि भावी पीढ़ी पोस्टकार्ड से रूबरू हो सकें। इसी के अंतर्गत आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत पोस्टकार्ड राइटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें पोस्टकार्ड डाक विभाग द्वारा बच्चों को उपलब्ध करवाए जा रहे है और प्रतियोगिता के बाद भी पोस्टकार्ड डाक विभाग को जमा करवाने होंगे।

बूटाराम, जिला परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा अभियान सरसा।

हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा पोस्टकार्ड राइटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें कक्षा चार से बारहवीं के विद्यार्थी 2047 में भारत कैसा हो व देश के स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम शहीद, के बारे में लिखेंगे। यह प्रतियोगिता एक दिसंबर से 20 दिसंबर तक होगी।

नरेन्द्र सिंह शम्मी, जिला सहायक
परियोजना अधिकारी, समर्ग्र शिक्षा अभियान सरसा।

बेस्ट पोस्टकार्ड लिखने वाले 75 विद्यार्थियों का होगा चयन

परीक्षा स्कूल स्तर पर ही आयोजित होगी। स्कूल ही छात्रों के पोस्टकार्ड राइटिंग का मूल्यांकन करेगा। सबसे बेस्ट पोस्टकार्ड राइटिंग करने वाले स्कूल के दस छात्रों का चयन कर उसके लिखे पोस्टकार्ड को सीबीएसई स्कूल वाले सीबीएसई के वेबसाईट पर अपलोड कर देंगे। जबकि सरकारी स्कूल वाले शिक्षा मंत्रालय के वेबसाईट पर अपलोड करेंगे। परीक्षा के बाद सभी स्कूलों से पोस्टकार्ड डाक विभाग वापस ले लेगी। उसके बाद सभी पोस्टकार्ड को डाक विभाग पीएमओ कार्यालय भेज देगी। जहां सरकारी व सीबीएसई स्कूलों से मिले पोस्टकार्ड का सीबीएसई बोर्ड मूल्यांकन करेगी। मूल्यांकन में बेस्ट पोस्टकार्ड लिखने वाले 75 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। जिसे सम्मानित किया जाएगा।

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