किसानों का टोल प्लाजा पर कब्जा, बिना टोल टैक्स निकाले वाहन

Farmer-Protest

केन्द्र सरकार पर किसानों को जातिवाद-क्षेत्रवाद के नाम पर

बांटने के प्रयास का आरोप (Farmer Protest)

  • अब 14 दिसम्बर को जिला कलक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन

सच कहूँ/हरदीप सिंह हनुमानगढ़। कृषि बिलों के विरोध में दिल्ली में आंदोलनरत किसानों के समर्थन में किसान मजदूर संघर्ष समिति के बैनर तले विभिन्न संगठनों ने किसानों के साथ क्षेत्र के टोल प्लाजा पर डेरा डाल दिया। किसानों ने हनुमानगढ़-सूरतगढ़ फोरलेन पर गांव मक्कासर व डबलीराठान के बीच स्थित टोल प्लाजा तथा किशनगढ़ मेगा हाइवे पर गांव कोहला के बीच संचालित टोल प्लाजा वहां तैनात कर्मचारियों को टोल नहीं वसूलने दिया। इस कारण वाहन चालक बिना टोल दिए गुजरते रहे। किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों लेकर टोल प्लाजा पर पहुंचे। संघर्ष समिति के बैनर तले किसानों ने टोल प्लाजा के पास धरने पर बैठ मोदी सरकार मुदार्बाद, इन्कलाब-जिन्दाबाद, जय जवान-जय किसान, किसान एकता जिन्दाबाद के नारे लगाए।

चेतावनी दी-अपने हक के लिए किसी भी हद तक जा सकता है किसान

हालांकि वाहनों का आवागमन पूर्व की भांति जारी रहा। गांव कोहला के पास टोल नाके पर किसानों ने कांग्रेस के गुरमीत सिंह चंदड़ा, किसान-मजदूर नेता सुरेन्द्र शर्मा, आम आदमी पार्टी जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र बेनीवाल, स्वर्णजीत सिंह आदि के नेतृत्व में टोल बंद करवाया। इस दौरान हुई सभा में सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि पूरे हिंदुस्तान में काले कानूनों के खिलाफ क्रांति की लहर चल रही है। अगर यह तीनों काले कानून वापस होते हैं तो हिंदुस्तान में कभी भी कोई किसान नहीं मरेगा। कांग्रेस के गुरमीत सिंह चंदड़ा ने कहा कि केन्द्र सरकार किसानों पर जबरन काले कानून थोपना चाहती है। केन्द्र सरकार अडानी-अंबानी के हाथों की कठपुतली बनी हुई है। जो वे चाहते हैं सरकार वैसा कर रही है। लेकिन पूरे देश का किसान एकजुट है और जब तक यह काले कानून वापस नहीं लिए जाते तब तक किसान सड़कों पर डटा रहेगा।

आंदोलन की इस कड़ी में 14 दिसम्बर को जिला कलक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा

जिला कलक्ट्रेट के समक्ष बड़ी तादाद में किसान एकत्रित होकर केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। साथ ही मांगों के संबंध में जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी सिर्फ एक ही मांग है कि केन्द्र सरकार बनाए गए तीनों काले कानून वापस ले ले, जब तक सरकार ऐसा नहीं करती है तब तक न सिर्फ आंदोलन जारी रहेगा बल्कि आंदोलन को दिनोंदिन तेज किया जाएगा। स्वर्णजीत सिंह ने कहा कि अभी किसानों ने संघर्ष शुरू किया है।

आगामी दिनों में आंदोलन तेज किया जाएगा। केन्द्र सरकार को तीनों बिल वापस लेने को मजबूर करने के लिए जो भी हथकण्डा अपनाना पड़े, वह अपनाया जाएगा। इस मौके पर हिम्मत सिंह, टेकसिंह, मलकीत सिंह, सुरजाराम, गुरलाल सिंह, लाभसिंह, जसवीर सिंह जज, करनैल सिंह, कालू नागपाल, सतेन्द्र सिंह, कमलजीत सिंह, बलवन्त सिंह, भगवान सिंह खुड़ी, बलकार सिंह सतीपुरा आदि मौजूद थे।

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