परिजनों ने लगाई सरकार से इंसाफ की गुहार | panipat news
पानीपत सन्नी कथूरियां। Haryana Violence: सोमवार को नूंह में हुई हिंसा में पानीपत के नूरवाला के रहने वाले 25 वर्षीय अभिषेक की गोली लगने से मौत हो गई। देर रात अभिषेक के शव को पोस्टमार्टम के बाद पानीपत के सामान्य हॉस्पिटल में लाया गया। जैसे ही इस बात का सामाजिक संगठनों और हिंदू संगठनों को पता चला तो वे सभी भारी संख्या में पानीपत के सामान्य हॉस्पिटल में इकट्ठा हो गए और नारेबाजी करने लगे। वहीं परिवार ने उनके बेटे की मौत और इंसाफ की मांग की है।
आपको बता दें कि सोमवार को पानीपत से यात्रा में शामिल होने के लिए 100 लोगों का जत्था गया था, जिस समय नूंह में हिंसा हुई पानीपत के श्रद्धालु भी वहां पर फंस गए थे। माहौल को बिगड़ता देख मौजूद महिलाओं और बच्चों को मंदिर में बंद कर दिया गया था जिसके बाद उन्हें प्रशासन की मदद से पुलिस लाइन में ले जाया गया और वहां से सुरक्षा में पानीपत भेजा गया। अभिषेक भी उन लोगों में से एक था। वहीं अभिषेक के परिजन भी मामले में न्याय की मांग कर रहे हैं और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। Haryana Violence
पानीपत से यात्रा में शामिल होने गई प्रत्यक्षदर्शी सीमा वर्मा ने बताया कि उस समय का वहां का मंजर बहुत ही खतरनाक था और जिस समय हिंसा हुई उस समय पुलिस प्रशासन भी बहुत कम था। जिस समय हमला हुआ, उस अभिषेक जैसे ही युवाओं ने उन महिलाओं की जान बचाई है। महिलाओं को मंदिर में बंद कर देने के बाद निहत्थे अभिषेक जैसे युवा ही उनकी सुरक्षा कर रहे थे जिसमें पानीपत के बेटे अभिषेक ने भी अपनी शहादत दी है। इस संबंध में कांग्रेसी नेता महिपाल सूबेदार ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए पीड़ित परिवार के लिए आर्थिक मुआवजा के तौर पर एक करोड़ रुपये, परिवार के एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।