ISRO Solar Mission: भारत के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल1 ने ऐसा कमाल कर दिया है जिससे पूरी दुनिया तारीफ कर रही है। दरअसल आदित्य एल 1 ने पृथ्वी व चंद्रमा की सेल्फी और तस्वीरें भी ली है। इस बात की जानकारी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधार संगठन इसरों ने ट्वीट कर दी है। गौरतलब है कि इससे पहले आदित्य एल 1 ने मंगलवार को पृथ्वी की कक्षा से सम्बधित दूसरी प्रक्रिया सफलता पूर्वक पूरी की थी।
Aditya-L1 Mission:
👀Onlooker!Aditya-L1,
destined for the Sun-Earth L1 point,
takes a selfie and
images of the Earth and the Moon.#AdityaL1 pic.twitter.com/54KxrfYSwy— ISRO (@isro) September 7, 2023
क्या है Aditya L – 1 मिशन? Aditya L1 Mission
Aditya L – 1 सूर्य के लिए अध्ययन के लिए पहली भारतीय अंतरिक्ष आधारित ऑब्जर्वेटरी (वेधशाला) होगी। इसका काम सूरज पर 24 घंटे नजर रखना होगा। धरती और सूरज के सिस्टम के पांच Lagrangian point है। सूर्यान Lagrangian point 1(L 1) के चारों ओर एक हेली ऑर्बिट में तैनात रहेगा। L 1 पॉइंट की धरती से दूरी 1.5 मिलियन किमी है जबकि सूर्य की पृथ्वी से दूरी 150 मिलियन किमी है। एल 1 पॉइंट इसलिए चुना गया है क्योंकि यहां से सूर्य पर सातों दिन 24 घंटे नजर रखी जा सकती है, ग्रहण के दौरान भी।
Aliens in Moon: Chandryan-3 पर घूमते नज़र आया ऐलियन?
सूर्य की स्टडी से क्या हासिल होगा? Aditya L1 Mission
दरअसल अंतरिक्ष यान 7 पेलोड लेकर जाएगा यह पेलोड और फोटोस्फेयर (प्रकाशनगर), क्रोमोस्पेयर (सूर्य की दिखाई देने वाली सतह से ठीक ऊपरी सतह) और सूर्य की सबसे भारी परत (कोरोना) का जायजा लेंगे। सूर्य में होने वाली विस्फोटक प्रक्रियाएं पृथ्वी के नजदीकी स्पेस एरिया में दिक्कत कर सकती है और बहुत से उपग्रह को नुकसान हो सकता है। ऐसी प्रक्रियाओं का पता पहले चल जाए तो बचाव के कदम उठा सकते हैं, लेकिन तमाम स्पेस मशीनों को चलाने के लिए स्पेस के मौसम को समझना जरूरी है। इस मिशन से स्पेस के मौसम को भी समझने में मदद मिल सकती है और इससे सौर हवाओं की भी स्टडी की जाएगी।