धरने के बाद विभाग ने एक करोड़ की बकाया मजदूरी खाते में डाली, मजदूर बोले पूरी राशि दो

Laborers sachkahoon

मजदूरी की बकाया करोड़ों राशि को लेकर एकजुट हुए मजदूर

  • विभिन्न गांवो के मनरेगा मजदूरों ने बीडीपीओ कार्यालय के बाहर धरना देकर की नारेबाजी

  • सूचना मिलने पर बीडीपीओ संदीप भारद्वाज व पुलिस कर्मचारी मौके पर पहुंचे

रतिया (तरसेम सैनी, शामवीर)। खंड के विभिन्न गांवो के मनरेगा मजदूरों (Laborers) द्वारा कुछ महीने पहले किए गए काम की अदायगी न होने व काम न मिलने के विरोध स्वरूप शुक्रवार को सैकड़ों मजदूरों ने रामचन्द्र नेतृत्व में भी बीडीपीओ कार्यालय में धरना लगा दिया और केंद्र व हरियाणा सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।

साथ ही भीड़ बढ़ने के कारण रतिया बुडलाडा रोड पर जाम लग गया, जाम की सूचना मिले पर खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी संदीप भारद्वाज व पुलिस कर्मचारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने मजदूरों को समझा बुझा कर जाम से तो उठवा दिया हालांकि मजदूर नया काम मांगने को लेकर धरने पर बैठ गए। धरना लगाए जाने के बाद मजदूरों के खाते में करीबन 1 करोड़ पर ही राशि डाल दी गई, लेकिन फिर भी मजदूर काम की मांग को लेकर धरना जारी रखे हुए थे।

2 करोड़ रुपए की मजदूरी बकाया: रामचंद्र

पूर्व जिला पार्षद रामचंद्र ने बताया कि रतिया खंड के 4 दर्जन गांव के लोगों ने चार-पांच महीने पहले मनरेगा के तहत कार्य किए थे और उनके कार्य की लगभग दो करोड़ पर मजदूरी पिछले कई महीनों से बकाया पड़ी हुई है और मजदूरों द्वारा बार-बार मजदूरी की मांग किए जाने के बाद भी उनके बैंक अकाउंट में मजदूरी नहीं डाली जा रही।

जिस कारण मजदूरों (Laborers) को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि जब भी मजदूर इस बात को लेकर मनरेगा अधिकारियों से मिलते हैं तो मनरेगा अधिकारी उन्हें ऊपर से अदायगी न आने की बात कह रहे हैं जिस कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

बकाया राशि जल्द डलवाने का किया जाएगा प्रयास: बीडीपीओ

सूचना मिलेन पर बीडीपीओ संदीप भारद्वाज व पुलिस कर्मचारी मौके पर पहुंचे बीडीपीओ ने उन्हें बताया कि आज ही सरकार द्वारा एक करोड़ के लगभग बकाया मजदूरी डाली गई है, जिनको मजदूरों के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया, जिसके बाद मजदूर रोड से उठकर कार्यालय में धरने पर बैठ गए।

इस बारे में जब खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी संदीप भारद्वाज से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मजदूरों (Laborers) द्वारा जो काम किया गया था उसको ऑनलाइन कर दिया गया है लेकिन पेमेंट चंडीगढ़ हेडक्वार्टर से ही ऑनलाइन की जाती है पिछले कुछ समय से पीछे से पेमेंट नहीं आ रही थी और कल व आज मजदूरों की बकाया 1 करोड़ रुपए की राशि खाते में ट्रांसफर किए गए हैं और जो बकाया मजदूरी रहेगी या उसे भी जल्दी डलवाने का प्रयास किया जाएगा।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।