बेटे असद की कब्र के बगल में दफन हुए अतीक और अशरफ

Atiq
  • अतीक और अशरफ  की शनिवार देर रात तीन शूटरों ने गोली मारकर कर की  थी हत्या
  • वारदात के समय पुलिस कस्टडी में थे अतीक अहमद और अशरफ

प्रयागराज (सच कहूं ?रविंद्र सिंह )। जरायम की दुनिया के  डॉन Atiq अहमद  और उनके भाई अशरफ  को आखर उनके पैतृक कसारी मसारी कब्रिस्तान में सुपुर्दे -ए खाक कर दिया गया। दोनों की  शनिवार शाम को   तीन शूटरों ने अस्पताल के सामने गोलियां चलाकर हत्या कर दी थी । मारने वाले तीन युवक थे। तीनों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया है। शाम को अतीक और अशरफ के शव को कब्रिस्तान लाए जाने के बाद अतीक के दोनों नाबालिग बेटों अहजम और एबान को भी वहां एंबुलेंस से लाया गया।

उसके कुछ देर बाद अशरफ की दोनों बेटियों को वहां लाया गया। Atiq अहमद और अशरफ को शनिवार को उस समय मार दिया गया जब पुलिस उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल लेकर पहुंची थी। तीन लोग मीडियाकर्मियों के रूप में आए और पॉइंट ब्लैंक रेंज से गोली मार दी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला कि अतीक को 8 और अशरफ को 5 गोलियां लगी थीं। कल 22 राउंड गोलियां चली थीं।रविवार रात को अतीक और अशरफ को जिस कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफनाया गया, उससे एक दिन पहले अतीक के बेटे असद को दफनाया गया था। असद उमेश पाल मर्डर में मुख्‍य आरोपी था और गुरुवार को झांसी में एसटीएफ के साथ एनकाउंटर में मारा गया था।

अतीक अहमद और अशरफ की हत्या पर सीएम योगी का सख्त रुख

उच्च स्तरीय न्यायिक जांच के दिए आदेश

  प्रयागराज में Atiq अहमद और अशरफ की शनिवार देर रात हत्या पर सीएम योगी का सख्त रुख अख्तियार किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग गठित करने का निर्देश दिया है। पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट करते हुए ,सभी संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।

क्या बोले नेताजी

 माफिया Atiq अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस कस्टडी में हुई हत्या पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा है कि यह हत्याकांड अति गंभीर व अति चिंतनीय है। इस घटना का सुप्रीम कोर्ट अगर स्वयं ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करें तो बेहतर होगा।

 असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “इस पूरे घटना में यूपी की बीजेपी सरकार की भूमिका है। सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में इसकी जांच हो। उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार रूल ऑफ लॉ से सरकार नहीं चला रही है। रूल ऑफ गन से सरकार चला रही है। बीजेपी की सरकार को कानून पर भरोसा नहीं है।

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