बारिश में कहीं लग न जाए डेंगू व मलेरिया का डंक

Dengue
मलेरिया व डेंगू से बचने के लिए सावधानी बरतें नागरिक

बारिश में ज्यादा देर तक गीले कपड़े पहनने से हो सकता है चर्म रोग | Dengue

  • मलेरिया व डेंगू से बचने के लिए सावधानी बरतें नागरिक

हिसार (सच कहूँ/संदीप सिंहमार)। दक्षिण-पश्चिम मानसून की बरसात एक तरफ जहां किसानों के लिए खुशहाली लेकर आती है वही बरसात के कारण पानी इकट्ठा होने से मौसमी बीमारियां भी पनप सकती हैं। इनमें मलेरिया व डेंगू मुख्य रूप से शामिल है। इसके अलावा बैक्टीरियल इनफेक्शन भी होने का खतरा बना रहता है। बारिश में ज्यादा देर तक गीले कपड़े पहनने से चर्म रोग भी हो सकते हैं। महज एक सावधानी से इन सभी लोगों से बचाव किया जा सकता है। मलेरिया में डेंगू के डंक से आमजन को बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने भी कमर कस ली है। बारिश के मौसम में पानी इकट्ठा होने के कारण मच्छरों के पनपने की आशंका बनी रहती है।

मच्छरों के कारण डेंगू (Dengue) एवं मलेरिया फैलने का खतरा भी बढ़ जाता है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मलेरिया एवं डेंगू के बचाव बारे लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जून मास के दौरान जिले में 22 हजार 112 व्यक्तियों की मलेरिया ब्लड स्लाइड बनाई गई। ब्लड स्लाइड की जांच के दौरान जिले में मलेरिया के एक नया केस पाए गए हैं। इस दौरान आमजन को एक जागरूक व्यक्ति की भूमिका निभानी चाहिए।
                                                                              -सुभाष खतरेजा, मलेरिया विभाग प्रभारी हिसार।

ये हैं डेंगू के लक्षण | Dengue

अचानक तेज सिर दर्द व बुखार का होना, मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना, जी-मिचलाना एवं उल्टी आना, गंभीर मामलों में मुंह, मसूड़ों से खून आना, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, जोकि आँखों को घुमाने से बढ़ता है, तथा त्वचा पर चकत्ते उभरना डेंगू की बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। अगर किसी व्यक्ति में मलेरिया व डेंगू के लक्षण नजर आते हैं तो वे तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच अवश्य करवाएं। ताकि समय पर उपचार हो सके।

पानी की टंकियों हौदियों के ढक्कन बंद रखें

बारिश के मौसम में डेंगू व मलेरिया (Malaria) से बचने के लिए पानी की टंकियों व हौदियों के ढक्कन बंद रखें, टूटे-फूटे बर्तन, टायर इत्यादि खुले में न रखें, इनमें बरसात का पानी जमा रहने पर मच्छर पैदा होने का खतरा बना रहता है। इसके अलावा बारिश के कारण आसपास के निचले इलाकों में पानी इकट्ठा होने से भी मच्छर पैदा हो सकते हैं। ज्यादा पानी जमा होने की स्थिति में प्रशासनिक सहयोग से या पंप लगाकर इस पानी को निकाला जा सकता है। थोड़ी सी सावधानी बरतने से मलेरिया व डेंगू का डंक कम हो सकता है।

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