नकलचियों को अब तीन साल तक परीक्षा से रहना होगा बाहर

Counterfeiters will now have to stay out of exams for three years

बोर्ड परीक्षाओं में स्थानीय स्टाफ नहीं दे सकेगा ड्यूटी

भिवानी (सच कहूँ/इन्द्रवेश)। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड इस बार भी नकल रोकने को लेकर सख्त दिखाई दे रहा है। इस बार स्थानीय स्टाफ शहर के स्कूलों में ड्यूटी नहीं दे सकेगा, बल्कि शहर व गांव के तमाम स्कूलों में दूसरे स्कूलों के अध्यापकों को ड्यूटी पर लगाया जाएगा। इसके अलावा दूसरे की जगह परीक्षा देते मिलने पर न सिर्फ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी, बल्कि दो की बजाय तीन साल तक परीक्षा से महरूम रखा जाएगा। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 20 अप्रैल से शुरू होने वाली हैं। बोर्ड अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिंह ने यह जानकारी दी।

बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि इस बार विद्यार्थियों के एडमिट कार्ड पर भी नकल रोकने से संबंधित स्लोगन अंकित होंगे। बोर्ड अधिकारियों ने साफ तौर पर कहा है कि परीक्षा में कोताही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी तथा जो अध्यापक परीक्षा ड्यूटी में कोताही बरतेंगे, सरकारी स्कूलों के ऐसे अध्यापकों को ट्रांसफर ड्राइव में नेगेटिव मार्किंग दी जाएगी तो निजी स्कूलों के अध्यापकों पर जुर्माना भी किया जाएगा। चेयरमैन ने बताया कि इस बार 5 से 15 तारीख तक प्रायोगिक परीक्षाएं भी होंगी, जिनके लिए बोर्ड द्वारा ऑब्जर्वर नियुक्त किए जा चुके हैं। हालांकि बोर्ड द्वारा पहले ही 30 फीसदी सिलेबस कम कर दिया गया था तो भी इस बार एक परीक्षा में दो पेपर दिए जाएंगे। पहले सब्जेक्टिव और उसके बाद एक घंटे का आॅब्जेक्टिव टाइप प्रश्न पत्र दिया जाएगा। दोनों को मिलाकर विद्यार्थी पास होंगे।

एचटेट परीक्षार्थियों को बायोमैट्रिक वैरीफिकेशन मिला अवसर

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा हरियाणा अध्यापक पात्रता(एचटेट) परीक्षा-2020 के परीक्षार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए आई.आर.आई.एस. बायोमैट्रिक वैरीफिकेशन प्रक्रिया पूर्ण करने का अंतिम अवसर प्रदान किया जा रहा है। अनुपस्थित रहे परीक्षार्थी 12 अप्रैल से 16 अप्रैल, 2021 तक प्रात: 09:00 बजे से सांय 05:00 बजे तक बोर्ड मुख्यालय, भिवानी में उपस्थित होकर अपनी आई.आर.आई.एस. बायोमैट्रिक वैरीफिकेशन प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं। यह जानकारी हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष प्रो०(डॉ.) जगबीर सिहं एवं सचिव श्री राजीव प्रसाद, ह.प्र.से. ने दी।

उन्होंने बताया कि हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा-2020 का संचालन 02 व 03 जनवरी, 2021 को करवाया गया था। इस परीक्षा का परिणाम घोषित होने से पूर्व परीक्षार्थियों को 18 जनवरी से 21 जनवरी तथा परिणाम घोषित होने उपरान्त 09 फरवरी से 12 फरवरी, 2021 तक आई.आर.आई.एस. बायोमैट्रिक वैरीफिकेशन प्रक्रिया पूर्ण करने का अवसर प्रदान किया गया था। बार-बार बुलाने पर भी कुछ परीक्षार्थियों ने निर्धारित तिथि तक अपनी आई.आर.आई.एस. बायोमैट्रिक वैरीफिकेशन प्रक्रिया पूर्ण नहीं की थी, जिस कारण ऐसे परीक्षार्थियों का परिणाम पैंडिंग है। उन्होंने आगे बताया कि परीक्षार्थी द्वारा अपना मूल पहचान पत्र एवं मूल प्रवेश पत्र (एडमिट कार्ड) लेकर आना अनिवार्य है।

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