भीड़ में दम तोड़ रही थी इंसानियत, बेसहारा बुजुर्ग का दर्द मिटाने पहुंच गए फरिश्ते

कई दिनों से था भूखा, शरीर पर चोट के हैं निशान

  • रेलवे स्टेशन पर बुरी हालत में मिला था परवेश उप्पल

संगरिया (सच कहूँ/सुरेंद्र जग्गा)। सच्चे रूहानी रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर अमल करते हुए डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत मानवता भलाई कार्यों में हमेशा आगे रहती है। इसी कड़ी में इंसानियत मुहिम के तहत सोमवार को संगरिया ब्लॉक के सेवादार लगभग 75 वर्षीय एक बेसहारा, लाचार और बीमार बुजुर्ग का सहारा बने। प्राप्त जानकारी के अनुसार संगरिया के शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग (Welfare Works) के सेवादार भाइयों को संगरिया रेलवे स्टेशन पर बैठे एक 70-75 साल के बीमार व बेसहारा बजुर्ग व्यक्ति के बारे में सूचना मिली थी। सेवादार भाई लाल चंद इन्सां ने मौके पर जाकर देखा तो वह व्यक्ति अपने बारे में कुछ भी बताने में असमर्थ था।

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उसका शरीर इतना कमजोर था कि उससे उठा भी नहीं जा रहा था। ऐसा लग रहा था कई दिनों से उसने कुछ खाया-पिया नहीं था। उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान भी थे। ऐसे में सेवादार भाई उस बुजुर्ग को वहां पर मौजूद समाजसेवी अजमेर सिंह कलसी, प्रधान राज किंगरा, संतोष जांगिड़ आदि के सहयोग से संगरिया के सरकारी चिकित्सालय में लेकर गए और वहां भर्ती करवाकर उसका इलाज करवाया। हालत में कुछ सुधार आने के बाद बुजुर्ग व्यक्ति को संगरिया थाना ले जाकर उसकी सूचना दी गई। तत्पश्चात रतनपुरा (Ratanpura) नाम चर्चा घर में लाकर सेवादार भाइयों ने उसकी कटिंग, सेव करके नहलाकर नए कपड़े पहनाए और खाना खिलाया। बुजुर्ग व्यक्ति की जेब से मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान परवेश उप्पल पुत्र मोहनलाल उप्पल निवासी तिलक नगर, दिल्ली के रूप में हुई। जिसके आधार पर बुजुर्ग व्यक्ति के परिजनों से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है।

वर्णनीय है कि संगरिया ब्लॉक द्वारा पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा से सैकड़ों मानसिक रूप से परेशान गुमशुदा महिला, पुरुष और बच्चों का इलाज करवाने के बाद उनके परिवार से मिला चुके हैं। लाल चंद इन्सां का कहना है कोई भी मानसिक रूप से विक्षिप्त, मंदबुद्धि, लाचार, बीमार डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों के संपर्क में आता है तो वे उनकी अपनों से भी बढ़कर तब तक सेवा करते हैं जब तक कि वे पूरी तरह से स्वस्थ होकर अपने व परिजनों बारे जानकारी नहीं दे देते। जानकारी मिलने पर सेवादार खोजबीन कर परिजनों को बुलाकर विक्षिप्त को कानूनी कार्रवाई पूरी कर उन्हें सौंप देते हैं। यह सिलसिला लगातार जारी है। इस सेवा कार्य में मुख्य रूप से शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के जिम्मेवार भाई लालचंद इन्सां, ट्विंकल इन्सां, निंदी इन्सां, विनोद इन्सां, विनोद हांडा इन्सां, अमराराम इन्सां, जगजीत सिंह इन्सां, अनिल भार्गव, सुरेन्द्र जग्गा इन्सां आदि का सहयोग रहा है।

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