जजपा के विधायक भी खुलेआम देने लगे चेतावनी, बिल वापिस नहीं हुए तो समर्थन होगा वापिस
चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़)। कृषि के तीनों कानूनों को वापिस लेने की मांग को लेकर पिछले 25 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों की बात मोदी सरकार नहीं सुन रही है। इसी से खफा किसान अब भाजपा और जजपा मंत्रियों और नेताओं का प्रदेश में जगह-जगह काले झंडे दिखाकर उनका विरोध कर रहे हैं। इसी कड़ी में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को मंगलवार को अंबाला में किसानों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा।
आक्रोशित किसानों को काबू करने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं जुलाना से जेजेपी विधायक अमरजीत ढांडा ने खट्टर सरकार को चेतावनी दे दी है कि यदि सरकार किसानों की समस्या का समाधान जल्द नहीं निकालती तो समर्थन वापिस लिया जाएगा। गौरतलब हैं कि अंबाला में मंगलवार को सीएम मनोहर लाल भाजपा की मेयर पद की प्रत्याशी डॉ. वंदना शर्मा के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करना था। सीएम के अंबाला आगमन की सूचना मिलते ही सैकड़ों किसान सिटी के अग्रसेन चौक पर जमा हो गए।
पुलिस ने की धक्का-मुक्की, किसान की पगड़ी गिरी, मामला बिगड़ गया
जानकारी के अनुसार किसान शांतिपूर्ण तरीके से काले झंडे दिखाकर विरोध व्यक्त करने की मांग कर रहे थे। प्रशासन ने चालाकी दिखाते हुए मुख्यमंत्री को दूसरे रास्ते से निकालने का प्रयास किया। इसके बाद मामला तूल पकड़ गया। किसानों ने पुलिस के वाहनों पर भी डंडे मारे। करीब एक हजार से ज्यादा किसान मौके पर मौजूद थे। पुलिस ने किसानों को पीछे किया। इसी धक्का-मुक्की में एक किसान की पगड़ी भी गिर गई। इसके बाद जमकर हंगामा हुआ। किसानों ने सीएम के काफिले में शामिल एंबुलेंस को छोड़कर हर गाड़ी पर डंडे बरसाए। जिस गाड़ी में सीएम बैठे थे, उस गाड़ी पर भी डंडे मारे गए।
जहां-जहां भाजपा-जजपा नेता जाएंगे वहां होगा विरोध
बता दें कि किसान एलान कर चुके हैं कि जहां-जहां भाजपा-जजपा के बड़े नेता आएंगे वहीं पर काले झंडे दिखाकर विरोध व्यक्त किया जाएगा। हाल ही में डिप्टी सीएम दुष्यंत का भी प्रदेश में कई जगह विरोध हुआ था, वहीं रानियां में बिजली मंत्री रणजीत सिंह को काले झंडे दिखाए गए। कुरुक्षेत्र से सांसद नायब सैनी को तो किसानों ने एक भवन का शिलान्यास तक नहीं करने दिया, वहां उन्होंने खुद भवन का शिलान्यास किया।
सरकार जबरदस्ती कोई कानून नहीं लागू कर सकती: ढांडा
जेजेपी विधायक अमरजीत ढांडा ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार जबरदस्ती कोई भी कानून लागू नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि जब किसान ही नाराज हैं तो कानून वापिस ले लेने चाहिए। उन्होंने किसानों का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार जल्द किसानो का नही निकालती समाधान तो समर्थन वापिस लिया जाएगा।
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