टीका पर टीका-टिप्पणी और सुशासन
महामारी से लड़ाई में टीका किसी संजीवनी से कम नहीं होता। यह 7 दशकों में कई बार सिद्ध हुआ है। साल भर से दुनिया एक ऐसी अदृश्य बीमारी से जूझ रही है जिसके खात्मे को लेकर अब उम्मीद जग गयी है। महामारी के बीच भारत में बने दो टीके इस दौर में किसी किरण से कम नह...
रक्षा जरूरतों को स्वयं पूरी कर ताकतवर बने भारत
सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की ओर से निर्मित किये जाने वाले हल्के लड़ाकू विमान की खरीद को मंजूरी देकर भारत के स्वदेशी रक्षा उद्योग को तेजस्विता एवं स्वावलंबन की नयी उड़ान दी है। पिछले साल भारतीय वायु सेना ...
हमारे देश में ही भ्रामक प्रचार क्यों?
ऐसा लगता है हम भारतीय दुनिया के साथ चलने के लिए तैयार नहीं। दुनिया चाँद पर जा बैठी है परंतु हम धरती पर ही एक-दूसरे के साथ लड़ते रहेंगे। देश में कोरोना महामारी (कोविड-19) से निपटने के लिए दुनिया की सबसे बड़ी मुहिम चल पड़ी है परंतु वहीं अफवाहों का दौर जार...
आगामी बजट: अर्थव्यवस्था में सुधार की संभावनाएं
वित्त वर्ष 2020-21 का आम बजट 1 फरवरी को आने जा रहा है। सरकार सुस्ती में फंसी अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए आगामी बजट में पूँजीगत व्यय पर जोर दे सकती है, जिससे मांग में वृद्धि हो सके। वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की अर्थव्यवस्था की नॉमिनल वृद्धि दर 13 ...
क्या हो प्रदूषण की समस्या का दीर्घकालिक हल
इन दिनों दिल्ली में तेज हवा की वजह से पारे में यहां तेज गिरावट आई वहीं ठंड भी बढ़ी, मगर इससे हवा के साफ होने की भी गुंजाइश बनी है। अब एक बार फिर दिल्ली में कोहरे या धुंध की हालत बनने के साथ वायुमंडल के घनीभूत होने की हालात पैदा हो गई है और इसमें प्रदू...
राजनीतिक आंदोलन: अहिंसक आंदोलनों का प्रभाव
जैसा कि सभी जानते हैं कि आज हमारा समाज विस्फोटक और तनावग्रस्त है तथा विकासशील देशों के अधिकतर भागों में हिंसा देखने को मिलती है। भौतिक समृद्धि और अधिक शक्ति और संपत्ति की लालसा के कारण गरीबी बढ़ती जा रही है। साथ ही समाज में असमानता भी बढ़ती जा रही हैं ...
वैज्ञानिकों ने स्वीकारा आत्मा का अस्तित्व
भगवत गीता हजारों साल पहले से शरीर की काया में विद्यमान 'आत्मा' को अजर-अमर मानती चली आ रही है। महाभारत युद्ध के दौरान भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को दिए उपदेश में आत्मा को कभी नष्ट नहीं होने वाला बीज-तत्व माना है। अब इसी सनातन मान्यता को वैज्ञानिक समर्थ...
अन्ना अनशन की घोषणा पर किसानों की चुप्पी
अन्ना का भ्रष्टाचार विरुद्ध आंदोलन एक विफल आंदोलन रहा है चूंकि तब केन्द्र सरकार ने उन मांगों को पूरा नहीं किया जिन्हें लेकर अनशन किया गया था।
क्या यह केवल बर्ड फ्लू है?
सरकार को इस बात को समझना होगा कि सामाजिक क्षेत्र में सुधार के बिना आर्थिक सुधार अपने आप में अभिशाप बन सकते हैं क्योंकि यदि सामाजिक क्षेत्र कमजोर होगा तो पूरी प्रणाली धराशायी हो सकती है।
स्वच्छता के बिना पूंजीनिर्माण एक अभिशाप
आमजन पीढ़ी दर पीढ़ी ये संस्कार देते थे कि पेड़-पौधों, जीवों, मिट्टी-हवा, पानी को नुक्सान नहीं पहुंचाया जाए।
सरकार पर भारी शराब माफिया
तमाम दावों और घोषणाओं के बावजूद देश में जहरीली शराब मौत का पर्याय बनी हुई है। न तो इसके अवैध निर्माण का कारोबार बंद हुआ है और न ही बिक्री पर रोक लग पाई है। नतीजतन हर साल जहरीली शराब से सैंकड़ों लोग बेमौत मारे जाते हैं।
जब अस्तित्व बचाने में नाकाम रहा सोवियत संघ
19 नवंबर 1985 को पहली बार विश्व की दो महाशक्तियों- पूर्व सोवियत संघ और अमेरिका के बीच स्विट्जरलैंड शिखर वार्ता की शुरूआत हुई थी। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन और सोवियत संघ के तत्कालीन राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचोव के बीच यह बातचीत 6 साल ...
शक्तिशाली लोकतंत्र में विवादास्पद ‘ट्रंप’
इसमें कोई दो राय नहीं कि कैपिटल हिल पर हमला ट्रंप की सत्ता में बने रहने की जिद्द का ही परिणाम है। लेकिन अमेरिकी पुलिस जिस तरह से लोकतंत्र के मंदिर पर हमला होते देख रही थी उससे यह तो साबित हो गया कि अमेरिका वर्षों पुरानी विभाजित समाज की मानसिकता से नह...
किसान मुद्दों के हल की उम्मीद बनी कमेटी
आंदोलनरत किसानों के लिए उनके हकों की लड़ाई भले ही अब उनके हाथों से कानून के हाथों में पहुंच गई है परन्तु आगे जो भी फैसला होगा वह देश की भावी कृषि का चेहरा बनेगा, जिसे पूरे देश को समझना होगा और उसके अनुसार ही अपना भविष्य तय करना होगा।
उच्चतम न्यायालय ...
अंतरिक्ष केन्द्र व वैज्ञानिकों की सुरक्षा में न हो चूक
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वरिष्ठ सलाहकार व वैज्ञानिक तपन मिश्रा ने जिस तरह अपने खिलाफ हुई जानलेवा साजिशों का पर्दाफाश किया है वह बेहद सनसनीखेज है। वैज्ञानिक ने दावा किया है कि उन्हें मारने के लिए 2017 से 2020 तक तीन बार कोशिश की गई। जि...