नशा छोड़ने को जागृत, प्रेरित कर रहा गुरूजी का नशे के खिलाफ गीत

अब तक 6 मिलियन से अधिक व्यूज के साथ गीत मचा रहा धूम | Jaago Duniya De Loko

  • अलग-अलग रंग-रूप में नजर आ रहे हैं पूज्य गुरू जी
  • समाज से नशे की रवानगी करने को गीत बन रहा प्रेरणा स्रोत

गुरुग्राम(संजय कुमार मेहरा)। जागो देश दे लोको-नशा जड़ तों पटणा, जागो दुनिया दे लोको नशा जड़ तों पटणा…। अब तक आपने नशे के लिए प्रेरणा देने वाले बहुत गीत सुने होंगे, लेकिन युवा पीढ़ी को नशे की दुनिया से बाहर निकालकर उन्हें सभ्य नागरिक बनाने के लिए डेरा सच्चा सौदा प्रमुख संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा गाया गया यह गीत अपनी गहरी छाप छोड़ रहा है। समाज के अग्रणी लोग बेहतर प्रयास बता रहे हैं।

समाज को बदलना बहुत जरूरी: शील मधुर

पूर्व डीजीपी शील मधुर ने इस गीत को पे्ररणा स्रोत बताते हुए कहा कि समाज को बदलना बहुत जरूरी है। समाज में नशे ने अपने जड़ें गहरी बना ली हैं। युवा नशे की लत में जा रहे हैं। नशा हमारे देश की युवा पीढ़ी को गलत राह पर लेकर जा रहा है। जिसे रोकना जरूरी है। सभी सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं का यह कर्तव्य बनता है कि वे समाज में जागरुकता के कार्यक्रम चलाएं। डेरा सच्चा सौदा के नशे के खिालफ अभियान को पूर्व डीपीजी ने सराहा। उन्होंने कहा कि धार्मिक संस्थाओं से जुड़े लोग ना केवल खुद नशा छोड़ें, बल्कि समाज में इस बुराई के प्रति सदा सक्रिय रहें।

उम्मीद की किरण बन सकता है गीत: डा. राम सिंह

प्रसिद्ध कीट विज्ञानी डा. राम सिंह कहते हैं कि नशे की प्रवृति समाज के लिए घातक होती जा रही है। परिवारों में झगड़ों का मुख्य कारण नशा बन रहा है। किशोर नशे के आदी हो रहे हैं। जवानी की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते वे नशे में इतने डूब जाते हैं कि उनका जीवन सामान्य नहीं रहता। ऐसे में नशे के खिलाफ गुरूजी का यह गीत एक उम्मीद की किरण बन सकता है। ऐसे गीतों को अधिक से अधिक सुना जाना चाहिए। बच्चे, किशोर, युवा सभी मोबाइल से दिन-रात कनेक्ट रहते हैं। वे इस गीत को सुनकर नशा छोड?े के लिए प्रेरणा बना सकते हैं।

धर्म-कर्म से हर बुराई को छुड़ाना आसान: डा. भारद्वाज

सिक्स सिगमा हेल्थकेयर के सीईओ डा. प्रदीप भारद्वाज कहते हैं कि धर्म-कर्म के माध्यम से किसी भी बुराई को आसानी से छोड़ा, छुड़ाया जा सकता है। डेरा सच्चा सौदा नशे के खिलाफ जिस तरह से प्रभावी मुहिम चला रहा है, वह काबिले तारीफ है। समाज में बदलाव लाने के प्रयास होने चाहिए। नशे की लत में आज हमारी युवा पीढ़ी बर्बाद हो रहा है। प्रतिबंधित नशों को भी युवा खूब ले रहे हैं। युवाओं को अपने भविष्य पर ध्यान देना चाहिए। नशा युवाओं की सोचने-समझने की शक्ति को प्रभावित करता है। उन्होंने गुरूजी द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान और इस गीत की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे प्रयासों के सदा सकारात्मक परिणाम आते हैं।

नशा छुड़ाकर मुख्यधारा में लाना सराहनीय: संजय शर्मा

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संजय शर्मा का कहना है कि नशे ने समाज को खोखला किया है। घर-परिवार बर्बाद हो रहे हैं। आज के समय में पारिवारिक कलहों का बड़ा कारण नशा ही है। नशे को समाज से दूर करना जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि हम सभी के सांझा प्रयासों से इस बुराई पर जीत हासिल की जा सकती है। गुरूजी द्वारा करोड़ों लोगों को नशा छुड़ाकर समाज की मुख्यधारा में लाना सराहनीय कार्य है। अब नशे पर लांच किए गए गीत से भी काफी प्रेरणा मिल रहा है। हर किसी को इस गीत को ना केवल सुनना चाहिए, बल्कि इसके एक-एक शब्द पर अमल होना चाहिए। हमें नशा ना करने की शपथ लेकर अपने परिवार में सुखमय जीवन जीना चाहिए।

युवाओं को नशे की गर्त से बाहर निकालना जरूरी: अमित गोयल

रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य अमित गोयल कहते हैं कि समाज में नशा बहुत अधिक फैल रहा है। शराब के अलावा भी कई नशीली वस्तुओं का इस्तेमाल युवाओं में शौक बन गया है। उनका यह शौक उनके जीवन को अंधेरे में ले जा रहा है। युवाओं को नशे की गर्त से निकालना जरूरी है। वे अपने भविष्य को नशे के जाल में फंसाकर खराब कर रहे हैंं। गुरूजी का गीत युवाओं के लिए प्रेरणा बन सकता है। लगातार जिस तरह से गीत के फॉलोवर बढ़ रहे हैं, यह नशा छोड वालों को प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि समाज को ऐसे गीतों को मात्र गीत मानकर नहीं सुनना चाहिए, बल्कि गीत के हर एक बोल से प्रेरणा लेकर नशे से दूरी बनानी चाहिए।

समाज को सही राह दिखा रहा डेरा: मंगतराम बागड़ी

पूर्व पार्षद मंगतराम बागड़ी डेरा सच्चा सौदा द्वारा समाजहित में चलाई जा रही हर गतिविधि से इत्तेफाक रखते हैं। उनका कहना है कि समाज को सही राह दिखाने में डेरा सच्चा सौदा की भूमिका सदा सराहनीय रही है। अन्य सामाजिक बुराइयों के साथ नशे पर भी डेरा ने प्रहार किया है। लाखों-करोड़ों लोग डेरा से जुड़कर नशा त्याग चुके हैं। यह अपने आप में बड़ा उदाहरण है। नशे पर गुरूजी द्वारा लांच किये गये गीत में नशे पर हर तरह से प्रहार किया गया है। नशे के प्रति जागरुकता करने का प्रयास गुरूजी ने किया है। उनके इस गीत के एक-एक शब्द में नशे से दूरी बनाने का संदेश है। उन्होंने कहा कि हम सबको समाज में सांझा प्रयास करके नशे को जड़ से नष्ट करने में अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए।

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