पूर्वी भारत में तूफान यास का कहर, हजारों घर जमींदोज

भुवनेश्वर (एजेंसी)।भीषण चक्रवाती तूफान यास ने पूर्वी भारत में कहर बरपाते हुए बुधवार को हजारों कच्चे मकानों को नष्ट कर दिया तथा तूफान के असर को देखते हुए शहर के क्षेत्रीय व्यस्त हवाई अड्डे को भी बंद करना पड़ा है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि तूफान के कहर को देखते हुए नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को सुबह साढेÞ आठ बजे से रात पौने आठ बजे तक बंद कर दिया गया है और यहां आने जाने वाली सभी उड़ानें बंद हैं। राज्य सरकार ने तूफान की तीव्रता को देखते हुए स्थिति पर नजर रखने के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया है जो लगातार काम कर रहा है। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंगलवार रात राज्य सचिवालय नबन्ना में ही रही और स्थिति पर नजर रखी तथा इससे निपटने के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। वह सभी 20 जिलों के जिलाधिकारियोें से भी लगातार जानकारी ले रही है। उन्होंने बताया कि विभिन्न स्थानों पर फंसे लोगों की मदद करने के लिए एनडीआरएफ, पुलिस और सेना को राहत तथा बचाव कार्यों में लगाया गया है। उत्तर तथा दक्षिण 24 परगना जिले , पश्चिमी मिदनापुर, झारग्राम, बीरभूम, पुरूलिया, बर्दवान, हावड़ा , हुगली तथा नादिया जिलों में लगभग 17 कंपनियों को तैनात किया गया है।

15 क्षेत्रों में समुद्र का पानी भरा

सुश्री बनर्जी ने पत्रकारों को बताया कि राज्य में लगभग बीस हजार कच्चे मकान तथा अस्थायी आवास इस तूफान की चपेट में आकर नष्ट हो गए हैं। मिदनापुर जिले में 70 किलोमीटर के क्षेत्र तथा दक्षिण 24 परगना जिले में कम से कम 15 क्षेत्रों में समुद्र का पानी भर गया है। उन्होंने बताया कि नंदीग्राम के लोगों ने कुछ समय पहले उनसे बातचीत की है और सोनाचुरा तथा केंदामारी में काफी बड़े क्षेत्र में पानी भर गया है। उन्होंने बताया,‘काफी तेज लहरों तथा चक्रवाती तूफान के कारण चलते तटीय क्षेत्रों में काफी नुकसान हुआ है और हमने पहले ही 11.5 लाख लोगों को वहां से निकाल लिया था तथा उन लोगों से वहां नहीं जाने की अपील की गई है।

चूंकि स्थिति काफी गंभीर होती जा रही है तो ऐसे में हमने उन्हें कहा है कि प्रशासन की तरफ से सुरक्षा की पुष्टि किए जाने के बाद ही उन क्षेत्रों में जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अलावा आपदा राहत प्रबंधन विभाग, नगर निकाय, पंचायत, लोक निर्माण विभाग, बिजली , सिंचाई और कृषि विभागों के लगभग 64हजार कर्मचारियों को पिछले 24 घंटों से उन क्षेत्रों में तैनात किया गया है। सरकार का मकसद लोगों की जानमाल की रक्षा करना है।

  • चक्रवात ‘यास’ भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है।
  • पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कई जिला में भारी बारिश हो रही है।
  • दोनों ही राज्यों के लिए अलर्ट जारी किया हुआ है।
  • ओडिशा के भद्रक जिले के तट से टकराया है ‘यास’। यहां समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही है। कई कालॉनियों में समुद्र का पानी भर गया है। 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं।

अपडेट

  • चक्रवात तूफान ओडिशा के भद्रक जिले में धामरा बंदरगाह के निकट पहुंच गया है। ये जानकारी एक अधिकारी ने दी है।
  • तूफान ययास बालासोर (ओडिशा) से लगभग 50 किमी दक्षिण पूर्व में केंद्रित है
  • भुवनेश्वर का इंटरनेशनल एयरपोर्ट और झारसुगुड़ा एयरपोर्ट बंद कर दिया गया है।
  • चक्रवात के कारण सभी उड़ाने रद्द कर दी गई है।
  • ओडिशा के पारादीप में तेज हवाएं और बारिश से सड़कों पर गिरे हुए पेड़ देख गए हैं।
  • पश्चिम बंगाल के नार्थ 24 परगना में तेज हवाएं और बारिश हो रही है।

एनडीआरएफ तैनात, लोगों को निकालने का काम जारी

चक्रवती तूफान यास के आने से पहले ही एजेंसियां ने मोर्चा संभाल रखा है। एनडीआरएफ की कई टीमों को बंगाल, ओडिशा में तैनात किया गया है। बीते दिन ईस्ट मिदनापुर में एनडीआरएफ की टीमों ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। एनडीआरएफ के अलावा भारतीय नेवी को भी अलर्ट पर रखा गया है। समुद्री इलाके के आसपास मछुआरों को वापस लाने की प्रक्रिया चालू थी, वहीं अन्य नावों को भी वापस तट पर लाया गया है।

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