नेशनल वुशु चैम्पियनशिप में प्रताप स्कूल खरखौदा के खिलाड़ियों ने जीते 6 पदक

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नेशनल वुशु चैम्पियनशिप में प्रताप स्कूल खरखौदा के खिलाड़ियों ने जीते 6 पदक

खरखौदा (सच कहूँ/हेमंत कुमार)। नेशनल जूनियर व युथ वुशु चैम्पियनशिप (Wushu Championship) जो कि 06 से 11 अगस्त 2023 को पटना, बिहार में आयोजित हुई जिसमें प्रताप स्कूल खरखौदा के खिलाड़ियों ने 5 स्वर्ण व 1 कांस्य पदक सहित 6 पदक जीतकर हरियाणा राज्य, सोनीपत जिले व प्रताप स्कूल खरखौदा का नाम रोशन किया। पदक विजेता खिलाड़ियों में जूनियर वर्ग में ईशा 48 किग्रा व धीरज 80 ने स्वर्ण पदक, युथ वर्ग में दीपिका 56, अमित 75 व आदर्श 80 ने स्वर्ण पदक व आशीष 70 ने कांस्य पदक प्राप्त किया। Kharkhoda News

पदक विजेता खिलाड़ियों का विद्यालय प्रांगण में द्रोणाचार्य अवार्डी ओमप्रकाश दहिया खेल निदेशक प्रताप स्कूल खरखौदा, प्राचार्या दया दहिया, एकेडमिक डायरेक्टर डॉ सुबोध दहिया, डॉ दीपिका दहिया व वुशु कोच विनोद गुलिया ने फूल माला पहनाकर स्वागत किया। सभी ने विजेता खिलाड़ियों को जीतने पर बधाई दी तथा भविष्य में भी अच्छा प्रदर्शन कर देश व प्रदेश का नाम रोशन करने का आशीर्वाद दिया। वुशु कोच विनोद गुलिया ने बताया कि वह पिछले 14 वर्षों से प्रताप स्कूल खरखौदा में वुशु कोच के रूप में कार्य कर रहे हैं। इस दौरान यहाँ के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 15 पदक व राष्ट्रीय स्तर 203 पदक प्राप्त कर चुके हैं। Kharkhoda News

सभी प्रशिक्षक द्रोणाचार्य अवार्डी ओमप्रकाश दहिया की देख-रेख में कार्य कर रहे हैं। प्रताप विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाओं के साथ-साथ, छात्रावास में रहने व खिलाड़ियों के लिए उत्तम भोजन की व्यवस्था की गई है जिसके फलस्वरूप खिलाड़ी निरंतर अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर पदक प्राप्त कर देश व प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। द्रोणाचार्य अवार्डी ओमप्रकाश दहिया ने बताया कि प्रताप स्कूल खरखौदा में शिक्षा के साथ-साथ खेलों की अंतराष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधा है। वुशु के खिलाड़ियों ने पिछले माह सीनियर नेशनल वुशु प्रतियोगिता में भी 5 स्वर्ण व 2 रजत पदक प्राप्त किए थे।

खिलाड़ियों ने अपनी जीत का श्रेय प्रताप स्कूल की खेल व्यवस्था, कोच के मार्गदर्शन, खुद के मन में जीतने की जिद और जीत की जिद के लिए कठोर मेहनत को दिया। पटना, बिहार से प्रताप स्कूल के जो खिलाड़ी सोने के तमगे लाए हैं वो वास्तव में वहाँ अपनी मेहनत, प्रताप स्कूल खेल व्यवस्था की उत्तम तकनीक, अपने योग्य व मेहनती कोच की आभा को लोगों में बांट आए हैं। यह परम सत्य है कि सफलता की आवाज की गूँज बहुत दूर तक जाती है और न जाने कितने लोगों का मार्गदर्शन कर उन्हें भी इस पथ पर चलने को प्रेरित कर देती है।

प्रताप स्कूल के खिलाड़ी पिछले कई वर्षों से मैडलों की झडी लगाकर अपना, अपने स्कूल का, अपने क्षेत्र व अपने माता-पिता का नाम रोशन कर रहे हैं वहीं समाज को मुकाबले में आने के लिए बाध्य भी कर रहे हैं। यह बाध्यता जरूरी है क्योंकि समाज उसी ओर गतिमान होगा जहाँ उन्हें अपने बच्चों का स्वर्णिम भविष्य दिखाई देगा। परोक्ष रूप से देखा जाए तो प्रताप स्कूल का खेल परिणाम अन्य स्कूल व खेल एकेडमियों को स्वयं को अपडेट करने के लिए बाध्य कर रहा है जो समाज व खेल जगत के लिए अच्छा संकेत है। प्रताप स्कूल का जो खेल परिणाम है उसमें यहाँ पर छात्रावास की उत्तम व्यवस्था, शुद्ध सात्विक भोजन, योग्य कोच व खेलो इंडिया सैंटर के तहत खिलाड़ियों को मिल रही सुविधाओं का बड़ा हाथ है। Kharkhoda News

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