बिजली कंपनियों की लूट से परेशान आमजन

Now prepaid and postpaid electricity meters will be installed in Haryana

क्रिकेटर हरभजन सिंह भज्जी ने अपना बिल ट्विटर पर वायरल किया और साथ ही हैरानी जताई कि शायद उन्हें पूरे मोहल्ले का ही बिल भेज दिया है, भज्जी ने अपनी शिकायत बिजली-वितरण कंपनी अडानी इलेक्ट्रीसिटी को भी भेजी है। बिजली बिलों की शिकायत देश के हर कस्बे व शहर की समस्या है। आए दिन गरीब से गरीब उपभोक्ता अपने भारी भरकम बिलों को लेकर बिजली दफ्तरों के चक्कर काटते व मंत्रियों के जनता दरबार में अपना दुख रोते देखे जा सकते हैं। जिस तेजी से बिजली वितरण निजी हाथों में जा रहा है आमजन का शोषण बढ़ रहा है। इसके विपरीत सरकारी विभागों, सरकारी अधिकारियों, मंत्रियों, विधायकों, सांसदों के लाखों-करोड़ों रूपये के बिल बकाया पड़े रहते हैं, उनका कभी बिजली कनेक्शन नहीं काटा जाता न ही उनसे समय पर एवं पूरा बिल भरवाने के लिए ही कोई सख्ती दिखाई जाती है।

स्पष्ट है देश के राज्यों व केंद्रीय स्तर पर बिजली कंपनियों की लूट पर छाई चुप्पी किसी बड़े घोटाले की तरफ इशारा कर रही है। आम उपभोक्ता के साथ देश की बड़ी कंपनियां व सरकारी व्यवस्था सभी नियम कायदों से ऊपर होने का व्यवहार कर रहीं हैं, जोकि आमजन को दोयम दर्जे का नागरिक बना रही हैं। आम कारोबारी, दुकानदार अगर किसी से जरा सा गलत बिल वसूल ले तब कर विभाग यहां तुरंत भारी भरकम जुर्माना लगा देता है वहीं गलत बिल को ठीक करने का मौका भी नहीं देता जबकि बिजली विभाग दशकों से बिलों में हेरफेर का खेल खेल रहे हैं और केंन्द्र व राज्य सरकार आज तक इनमें सुधार का कोई प्रभावी कानून लागू नहीं कर सकी जिससे कि भ्रष्ट बिजली कंपनियों को दंड मिले। उल्टे सरकारें कंपनी हितों को पाल-पोस रही हैं।

पंजाब में बिजली निगम के कर्मी व आम उपभोक्ता कई साल से सरकार से निजी थर्मल कंपनियों से बिजली खरीद का विरोध कर रहे हैं, जबकि सरकारी थर्मल, सस्ती बिजली दे रहे हैं परन्तु सरकारी थर्मल से बिजली न खरीदकर निजी थर्मल से बिजली वह भी महंगी दरों पर खरीद कर किसान, व्यापारी सबका शोषण किया जा रहा है। हर राज्य में सरकारें किसानों की जमीन औने-पौने दामों पर खरीदकर निजी कंपनियों को देती हैं, लोगों को भरोसा दिया जाता है कि ये कंपनियां उन्हें रोजगार देंगी। साथ में सस्ती सेवाएं एवं उत्पादन देंगी लेकिन जैसे ही निजी कंपनियों का उत्पादन या सेवाएं शुरू होती हैं तुरंत लूट शुरू हो जाती है। बिजली बिल भी ऐसी ही लूट का एक नमूना है। यह तो आमजन को ही एकजुट होकर संघर्ष का रास्ता पकड़ना होगा अन्यथा बिजली, सड़क, डीजल, खाद के माध्यम से आमजन को तब तक लूटा जाएगा जब तक कि आमजन का गुलामी की हद तक कचूमर नहीं निकल जाता।

 

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।