हिमाचल में भारी बारिश: टूट गया पंजाब हिमाचल का इकलौता रेल लिंक

शिमला (सच कहूँ न्यूज)। हिमाचल प्रदेश में बारिश से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए है। नदिया उफान पर है। वहीं भारी बारिश के कारण पंजाब और हिमाचल को जोड़ने वाला रेलवे का चक्की पुल बह गया है। उफनती चक्की नदी में पुल पानी में समा गया। बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन की भी खबर आ रही है। यातायात प्रभातव हुआ है। हिमाचल के चंबा जिले में भारी नुक्सान होने का समाचार है। मंडी के सराज, गोहर और दं्रंग में बादल फटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। जबकि 15 लोग गायब बताए जा रहे हैं। भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदश के कई क्षेत्रों में स्कूल बंद है।

मानसूनी बारिस से पांच जिलों में भारी तबाही, स्कूल बंद

हिमाचल में लगातार हो रही मानसूनी बारिश से प्रभावित जिलों में स्कूल बंद कर दिये गये हैं । इसके अलावा सड़क यातायात बन्द हो गया तथा बिजली, पानी की सप्लाई ठप हो गई है। शिमला, मंडी, कांगड़ा, कुल्लू व सोलन जिला से बारिश से हुई तबाही की डराबनी तस्वीरें सामने आई है। पिछली रात को ठियोग में पेट्रोल पंप पर भारी भरकम चट्टानें आने से पंप सहित चार गाडियां चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गई है। मंडी देर रात से हो रही तेज बारिश के कारण जिला में भारी नुकसान होने की खबरें भी सामने आ रही हैं। उपमंडल गोहर के पंचायत काशन के जडोंन गांव मे देर रात एक पहाड़ी धसने से एक ही परिवार के सात लोगों के दब गए है। मुख्यमंत्री के गृह जिला थुनाग में भी बरसात मे भारी तबाही मचाई है। लोगों के घरों व दुकानों में मलबा घुस गया है।

नदी नाले उफान पर

कांगड़ा में भी भारी बरसात के चलते नदी नाले उफान पर है। पठानकोट तथा हिमाचल को जोड़ने वाला ट्रेन का चक्की पुल भी टूट गया है। रेलवे ने पहले ही इस पर ट्रेन की आवाजाही बन्द कर दी थी। अभी पुलिस कण्ट्रोल रूम से सुचना प्राप्त हुई है कि मंडी-कुल्लू वाया कटौला-कटिंडी सड़क मार्ग गोडा फार्म (कमांद) के पास भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो गया है और गाड़ियों की आवाजाही बंद हो गई। पुलिस कण्ट्रोल रूम से सुचना प्राप्त हुई है कि राष्ट्रीय राजमार्ग-21 पंडोह के समीप भूस्खलन के कारण बंद हो गया है। संदोआ पुराना कटौला मोहम्मद हुसैन का पूरा परिवार बाढ़ की चपेट में आने से लापता है। तलाश जारी है। एक शव घर से लगभग आधा किलोमीटर नीचे बरामद हुआ है उसकी शिनाख्त की जा रही है। स्थानीय लोग बाकी परिवार के सदस्यों की तलाश में जुटे है। जिलाधीश आशुतोष गर्ग ने आज जिला के समस्त सरकारी व निजी स्कूलों तथा आंगनवाड़ी केन्द्रों को बंद रखने के आदेश जारी किये हैं। विद्यार्थियों की सुरक्षा के दृष्टिगत संबंधित जिलाधिकारियों को आदेश की कड़ाई के साथ अनुपालना सुनिश्चित करने को कहा गया है। मौसम विभाग ने 20 अगस्त को समूचे कुल्लू जिला में भारी वर्षा यानि यलो अलर्ट का पूवार्नुमान लगाया है। जिला के अधिकांश भागों में बीती मध्यरात्रि से लगातार वर्षा हो रही है और विभिन्न भागों से सड़कें बंद होने की भी सूचना प्राप्त हो रही है।

धर्मशाला में 333 और जोगिन्दरनगर में 210 मिलीमीटर वर्षा

हिमाचल प्रदेश में मानसून की सबसे भारी वर्षा हुई है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में बीती रात से मूसलाधार वर्षा हो रही है जिससे अब तक पांच लोगों की मौत हो गई और 15 लोग अभी लापता बताए जा रहे है। मौसम विभाग के अनुसार कांगड़ा में सर्वाधिक 346 मिलीमीटर वर्षा हुई है। धर्मशाला में 333 और जोगिन्दरनगर में 210 मिलीमीटर वर्षा हुई है। इस मानसून सीजन में बारिश का यह आंकड़ा सबसे ज्यादा है। मौसम विभाग ने आगामी 24 अगस्त तक प्रदेश के मैदानी और मध्यपर्वतीय भागों में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। राज्य में मूसलाधार वर्षा ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई जिलों में बारिश, बाढ़ और भूस्खलन ने कहर बरपाया है। भूस्खलन से नौ मकान धराशायी हुए हैं। मंडी, चम्बा और हमीरपुर जिलों में वर्षा जनित घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई और 15 लापता हैं। लापता लोग मलबे में दबे हैं और इनके जीवित बचने की आशंका बेहद कम है। चिंता की बात यह है कि बारिश जारी रहने की वजह से बचाव दलों को रेस्क्यू आॅपरेशन में बाधा आ रही है।

सीएम ने जताया दुख

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बरसात में लोगों की मौत पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की है। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक चम्बा जिला की चुआडी तहसील के बनेट गांव में स्लेट पोश मकान के ढहने से दम्पति और उनके नौ वर्षीय बेटे की मौत हो गई। मंडी जिला के गोहर उपमंडल के काशन गांव में दो मकानों के ध्वस्त होने से सात लोग मलबे में दब गए हैं। इन्हें निकालने के लिए बचाव टीमें भरसक प्रयास कर रही हैं। मंडी जिला के बागी के समीप पराशर सड़क पर भूस्खलन से चार-पांच वाहनों को नुकसान पहुंचा है। जिला के मंडी-कटौला-पराशर मार्ग पर बागी नाला में बादल फटने से आई बाढ़ से कई घरों को नुकसान पहुंचा है। यहां बाढ़ की चपेट में आने से एक पूरा परिवार लापता हो गया है। राहत व बचाव कार्य में लगे लोगों को एक बच्ची का शव मिला है, जबकि अन्य आठ लोग लापता हैं।

सुजानपुर में ब्यास नदी में आई बाढ़

बादल फटने के बाद रात बागी से पुराने कटौला तक दर्जनों परिवारों ने अपने घर छोड़ कर सुरक्षित जगहों पर रात बिताई है। बागी नाले पर बनाया पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। वहीं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह कस्बे थुनाग बाजार में भी नाले की बाढ़ ने दर्जनों दुकानों और वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। थुनाग बाजार में भी भारी तबाही हुई है। हमीरपुर जिला के सुजानपुर में ब्यास नदी में आई बाढ़ से खीरी गांव के एक दर्जन घर खतरे की जद में आ गए हैं। लगभग 22 गांववासी सेलाब में फंस गए हैं। इनमें 18 लोगों को रेस्कयू कर लिया गया है। शिमला जिला के ठियोग कस्बे में भूस्खलन से चार वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। सुन्नी इलाके के मझिवार और मंजु गांवों को जोड़ने वाला पुल धराशायी हुआ। हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की रिपोर्ट नहीं है। शिमला शहर के आरटीओ के पास मुख्य सड़क के धंसने से यातायात को एकतरफा किया गया है।

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