मोहाली हमले के दो आरोपी नोएडा के सेक्टर 10 स्थित झुग्गियों से गिरफ्तार

Mohali Blast

चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। मोहाली हमला को लेकर बड़ी खबर आ रही है। पंजाब पुलिए ने इस हमले के दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। यह दोनो आरोपी नोएडा के सेक्टर-10 से पकड़े गए हैं। पंजाब पुलिस ने नोएडा पुलिस से मदद मांगी थी दोनो राज्यों की पुलिस ने आॅप्रेशन चलाकर मोहाली हमले के दोनो ओरापियों को गिरफ्तार किया है। अब इन दोनों आरोपियों को पंजाब पुलिस अपने राज्य में लेकर गई है। पंजाब पुलिस ने नोएडा के सेक्टर 10 स्थित झुग्गियों से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

कल ही पंजाब पुलिस ने आरपीजी हमले की गुत्थी सुलझायी थी

पंजाब पुलिस ने पिछली नौ मई को रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमले की गुत्थी सुलझाने का दावा करते हुए बताया कि कनाडा में बसा गैंगस्टर लखबीर सिंह उर्फ लांडा हमले का मास्टरमाइंड था। पुलिस महानिदेशक वी के भावरा ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि लांडा ने सोमवार शाम को मोहाली में पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हेड क्वार्टर पर आतंकवादी हमला करवाने के लिए आरपीजी, एके-47 और लॉजिस्टिक सहायता के लिए अपराधियों का स्थानीय नेटवर्क प्रदान किया था। लांडा (33), जो कि तरन तारन का निवासी है और 2017 में कनाडा भाग गया था, पाकिस्तान के वांछित गैंगस्टर हरविन्दर सिंह उर्फ रिन्दा का करीबी है। रिन्दा बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) में शामिल हो गया था।

श्री भावरा ने बताया कि पुलिस ने हमले की योजना बनाने और हमलावरों को स्थानीय लॉजिस्टिक सहायता प्रदान करने के आरोप में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान निशान सिंह (मूल रूप से तरन तारन निवासी), जगदीप सिंह कंग (मोहाली निवासी), अमृतसर निवासी कंवरजीत सिंह उर्फ कँवर बाठ (40); तरन तारन निवासी बलजिंदर सिंह उर्फ रैंबो (41) अमृतसर निवासी बलजीत कौर उर्फ सुखी (50) और अनन्त दीप सिंह उर्फ सोनू (32) के तौर पर हुई है। उन्होंने आगे बताया कि इनके पास से दो कारें बरामद की गई हैं। पुलिस ने हाल ही में आरपीजी की स्लीव भी बरामद की थी।

क्या है मामला

उल्लेखनीय है कि निशान सिंह को फरीदकोट पुलिस ने 11 मई को शस्त्र अधिनियम के एक मामले में गिरफ्तार किया था और वह 16 मई, 2022 तक पुलिस रिमांड पर है। उसे इस मामले में भी गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस महानिदेशक के अनुसार लांडा ने इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर आरपीजी हमला करने के लिए निशान और उसके एक अन्य साथी जिसकी पहचान चढ़त सिंह निवासी खेमकरन के तौर पर हुई है, उसने सोमवार को सुबह इंटेलिजेंस दफ्तर की रेकी में जगदीप ने मदद की थी। उन्होंने बताया कि सोमवार शाम को चढ़त और उसके दो सहयोगियों, जिनकी अभी पहचान नहीं हो सकी, ने लगभग शाम 7.42 बजे इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर आरपीजी हमला किया था।

डीजीपी भावरा ने बताया कि पहले चढ़त सिंह ने दो हमलावरों को छुपने के लिये जगह मुहैया करवायी थी और बाद में उनको निशान के हवाले कर दिया था, जिसने 27 अप्रैल, से सात मई तक अमृतसर में कंवरजीत बाठ और बलजीत कौर की रिहायश पर उनके छिपने का प्रबंध किया था। उन्होंने बताया कि निशान ने लांडा के निदेर्शों पर कुल्ला -पट्टी रोड पर निर्धारित स्थान से आरपीजी भी प्राप्त की थी। उन्होंने बताया कि बलजिन्दर रैंबो, जो कि एनडीपीएस मामलों में पकड़ा गया था और नशे का आदी है, ने निशान के निदेर्शों पर चढ़त और उसके दो साथियों को एके -47 की खेप पहुंचायी थी। उन्होंने बताया कि अनंत दीप, जो कि निशान का जीजा है, लॉजिस्टिक सहायता प्रदान करने में मदद करता था। डीजीपी ने कहा कि पंजाब पुलिस की तरफ से चढ़त सिंह, जो हत्या के एक मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा है और इस समय पैरोल पर है, और उसके दो साथियों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है।

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