कोरोना/कर्फ्यू। 29 अप्रैल से लगातार जारी है रक्तदान, अब तक किया जा चुका है 701 यूनिट रक्तदान

Blood-Donation

सराहनीय। अस्पतालों की अपील पर डेरा श्रद्धालुओं ने किया 101 यूनिट रक्तदान (Blood Donation)

सच कहूँ/रघबीर सिंह लुधियाना। ब्लड बैंकों की एक आवाज पर डेरा श्रद्धालु रक्तदान करने पहुंच जाते हैं। पिछली 29 अप्रैल से डेरा श्रद्धालु कर्फ्यू और लॉकडाऊन की परवाह किए बिना लगातार अस्पतालों को रक्तदान करते आ रहे हैं। आज भी यहां के राहों रोड पर स्थित प्रीत अस्पताल और सराभा नगर के दीपक अस्पताल की अपील पर डेरा श्रद्धालुओं ने 101 यूनिट रक्तदान किया। रक्त की कमी से जूझते इन अस्पतालों ने साध-संगत के जिम्मेवारों से संपर्क कर रक्तदान करने की अपील की थी। अस्पतालों के ब्लड ट्रांसफियूज़न अधिकारियों ने शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैलफेयर फोर्स विंग के सेवादारों के सेवा के जज्बे से प्रभावित होते कहा कि डेरा श्रद्धालुओं के होते हुए रक्त की कमी कैसे आ सकती है।

डेरा श्रद्धालुओं ने प्रीत अस्पताल में 40 और दीपक अस्पताल में 61 यूनिट रक्तदान किया

29 अप्रैल से डेरा श्रद्धालु लगातार रक्तदान करते आ रहे हैं और अब तक उन्होंने 701 यूनिट रक्तदान किया है। दोनों अस्पतालों में मौजूद 45 मैंबर जसवीर सिंह इन्सां, 45 मैंबर यूथ सन्दीप इन्सां, 25 मैंबर पूर्ण चंद इन्सां, 25 मैंबर कैप्टन हरमेश इन्सां, 25 मैंबर एसपी बंगड इन्सां, 25 मैंबर सुखविन्दर इन्सां, 15 मैंबर कुलदीप इन्सां, 15 मैंबर संतोष इन्सां, भंगीदास सत्या देव इन्सां, भंगीदास गुरचरन सिंह इन्सां, भंगीदास और शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैलफेयर फोर्स विंग के जिम्मेवार सोनू इन्सां, रक्तदान समिति के जगजीत इन्सां, रणजीत भंडारी इन्सां, जिला सुजान बहन निशा इन्सां और ब्लाक भंगीदास कमलदीप इन्सां ने बताया कि दोनों अस्पतालों ने लिखित रूप में डेरा सच्चा सौदा को ब्लड बैंक में रक्त की कमी बारे बताते रक्तदान करने की अपील की थी।

जिम्मेवारों ने साध संगत के साथ परामर्श कर आज रक्तदान करने का कार्यक्रम बनाया था। आज प्रात: काल 9 बजे से ही ब्लाक लुधियाना, ब्लॉक रायकोट, ब्लॉक मुल्लांपुर, ब्लॉक मांगट, ब्लॉक कूम कलां की साध-संगत अस्पतालों में रक्तदान करने के लिए पहुंचनी शुरू हो गई। सुबह 9 बजे के बाद दोपहर 2 बजे तक चले इस रक्तदान शिविर में 101 यूनिट रक्तदान किया गया।

पूजनीय गुरू जी की प्रेरणा से कर रहे हैं रक्तदान : डेरा श्रद्धालु

डेरा श्रद्धालु लक्ष्मण लक्की इन्सां, निशा इन्सां सहित अन्य डेरा श्रद्धालुओं ने कहा कि वह पूजनीय गुरू जी की प्रेरणा से लगातार रक्तदान कर रहे हैं। पूजनीय गुरू जी के पावन वचनों के अनुसार रक्तदान करके उनको एक विचित्र सा सुकून महसूस होता है। उनके रक्त से अगर किसी की जिंदगी बच जाये तो वह समझेंगे कि उनका जीवन सफल हो गया है।

डेरा श्रद्धालुओं के होते रक्त की कमी कैसे आ सकती है 

बीटीओप्रीत अस्पताल के ब्लड ट्रांसफियुज़न अधिकारी (बीटीओ) डॉ. जतिन कुमार और दीपक अस्पताल के बीटीओ डॉ. साहिल बांसल ने डेरा श्रद्धालुओं की ओर से लगातार किये जा रहे रक्तदान से प्रभावित हो कर कहा कि डेरा श्रद्धालुओं के होते ब्लड बैंकों को रक्त की कमी कैसे हो सकती है। उन्होंने कहा कि आज जहां आम आदमी कोरोना के डर से अस्पतालंों में आने से डरता है वहां डेरा श्रद्धालु अपनी जान और कर्फ्यू की परवाह किये बिना लोगों की जान बचाने के लिए लगातार रक्तदान करते आ रहे हैं।

डॉ. जतिन कुमार ने कहा कि वह डेरा श्रद्धालुओं की मानवता सेवा बारे भली भांती जानते हैं। वह दर्जनों बार डेरा सच्चा सौदा सिरसा और बुधरवाली आश्रम के रक्तदान शिविरों में जा चुके हैं। डॉ. साहिल बांसल ने कहा कि कोरोना के डर से लोग घरों में ही रहना पसंद करते हैं परंतु डेरा श्रद्धालु बिना रात दिन और कर्फÞ्यू देखे लोगों की जिंदगी के लिए रक्तदान कर रहे हैं। आज कल कोरोना के कारण ब्लड बैंक रक्त की कमी से जूझ रहे हैं परंतु डेरा श्रद्धालुओं के होते अब रक्त की कमी महसूस नहीं हो रही।

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