गांधीनगर (एजेंसी)। गुजरात पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने राज्य के मोरबी जिÞले के एक गांव से करोड़ों रुपए कीमत का करीब 120 किलोग्राम नशीले पदार्थ (ड्रग्स) बरामद किया है। राज्य में पिछले सितम्बर माह में ही निकटवर्ती कच्छ जिले के मुंद्रा बंदरगाह से अफगानिस्तान से तस्करी कर लाए गए 25 हजार करोड़ रुपए से अधिक कीमत के मादक पदार्थ बरामद किए गए थे। और कुछ समय पहले भी राज्य में करोड़ों के मादक पदार्थ की बरामदगी भी हुई थी। राज्य के गृह मंत्री हर्ष सिंघवी ने 120 किलोग्राम नशीले पदार्थ पकड़े जाने के बारे में एक ट्वीट किया है। हालांकि इसमें कोई और विवरण नहीं है। राज्य के पुलिस महानिदेशक इसमें अधिक खुलासा करेंगे।
इस बीच सूत्रों के अनुसार 120 किलो मादक पदार्थ, कल देर रात तक चले अभियान में मोरबी जिÞले के जिंजुड़ा गांव से बरामद किया गया और इस सिलसिले में तीन लोगों को पकड़ा भी गया है। समझा जाता है कि इसे भी समुद्र के रास्ते तस्करी कर निकटवर्ती नवलखी बंदरगाह से लाया गया होगा। विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है।
5 दिन पहले भी हुआ था रैकेट का पर्दाफास
समुद्री मार्ग से गुजरात में मादक पदार्थ की तस्करी के इस रैकेट का पर्दाफाश गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ता, स्थानीय अपराध शाखा व स्पेशल आपरेशन ग्रुप के एक संयुक्त आपरेशन में हुआ था। द्वारका के पास खंभालिया से मादक पदार्थ का यह जखीरा बरामद हुआ। अब तक करीब 66 किलो मादक पदार्थ पकड़ा जा चुका है। आपरेशन में अब तक 50 किलो ड्रग्स तथा 16 किलो हेरोइन पकड़ी जा चुकी है।
पुलिस ने क्या कहा…
पुलिस अधीक्षक देवभूमि द्वारका ने बताया कि इससे पहले वदीनार के पास एक आरोपित को पकड़ कर उसके पास से करीब 15 किलो पदार्थ बरामद किया गया। इसके बाद अलग-अलग जगहों पर छापा मारकर मादक पदार्थों का जखीरा जब्त किया गया।गुजरात में पिछले पांच महीने से अब तक हजारों करोड़ रुपये मूल्य का मादक पदार्थ बरामद हो चुका है। सितंबर में करीब 21000 करोड़ की हीरोइन मुंद्रा पोर्ट से पकड़ी गई। इससे पहले पोरबंदर से करीब डेढ़ सौ करोड़ रुपये का मादक पदार्थ जब्त किया गया था। द्वारका के पास से गुजरात पुलिस की अलग-अलग टीमों ने करीब साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये का मादक पदार्थ बरामद किया।
सूरत में चार महिलाओं सहित सात बंगलादेशी नागरिक गिरफ्तार
गुजरात में सूरत शहर के लिंबायत क्षेत्र में चार महिलाओं सहित सात बंगलादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि मुंबई पुलिस की अपराध शाखा की टीम दो बंगलादेशी नागरिकों को पकड़ने सूरत आयी थी। इस दौरान चंद्रलोक सोसायटी से कुल सात बंगलादेशी नागरिकों को पकड़ा गया।
दो बंगलादेशी नागरिकों को अपराध शाखा की टीम मुंबई ले गयी, जबकि 22 से 25 साल उम्र की चार महिलाओं और एक युवक सहित पांच बंगलादेशी नागरिकों को गिरफ्तार करके सूरत पुलिस की टीम को सौंप दिया गया। उन्होंने फर्जी दस्तावेज के आधार पर आधार कार्ड और पासपोर्ट बनवा रखे थे। कुछ लोग तो विदेश की यात्रा करके भी यहां वापस आ गये थे, लेकिन दो लोग जब पासपोर्ट बनवाने मुंबई गए थे, तब उनके दस्तावेज फर्जी होने से उन्हें पकड़ने मुंबई अपराध शाखा की टीम यहां आयी और अन्य लोगों का भी भांडा फूट गया।
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