बठिंडा में सिक्योरिटी कम्पनी से करोड़ों रुपयों की ठगी

Kaithal News

चार साल तक रिश्तेदारों के खातों में पैसे ट्रांसफर करता रहा क्लर्क

बठिंडा (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब में बठिंडा शहर के शांत नगर में स्थित रैकर सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के एक क्लर्क अपने (Bathinda News) रिश्तेदारों को कंपनी के मुलाजिम दिखाकर उनके बैंक खातों में हर माह तीन से साढ़े चार लाख रुपए सैलरी के रुप में ट्रांसफर करता रहा। करीब चार साल तक आरोपित क्लर्क ने कंपनी के करीब छह करोड़ 84 लाख रुपए का गबन किया। मामले का खुलासा होने के बाद कंपनी के मालिक ने मामले की शिकायत एसएसपी बठिंडा को दी। पुलिस की ईओ विंग ने पूरे मामले की पड़ताल करने के बाद आरोपित युवक पर मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरु कर दी है। फिलहाल आरोपित युवक की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

यह भी पढ़ें:– श्रेष्ठ योजना: सीबीएसई स्कूलों में मुफ्त पढ़ेंगी अनुसूचित जाति वर्ग की प्रतिभाएं

थाना सिविल लाइन पुलिस के पास दर्ज करवाई शिकायत (Bathinda News) में गुरदास सिंह एमडी रैकर सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी शांत नगर बठिंडा ने बताया कि उसकी कंपनी प्राइवेट सिक्योरिटी उपलब्ध करवाने का काम करती है। उनकी कंपनी पंजाब के अलग-अलग शहरों में बैंकों, फाइनेंस कंपनियों के अलावा कलाकारों आदि को सिक्योरिटी उपलब्ध करवाने का काम करती है। शिकायतकर्ता के अनुसार आरोपित युवक अमरप्रीत सिंह निवासी बाबा फरीद बठिंडा उसकी कंपनी में बतौर क्लर्क काम करता था। उसके पास कंपनी में काम करने वाले सभी मुलाजिमों की सैलरी बनाकर उनके बैंक खातों में ट्रांसफर करने की जिम्मेदारी थी।

कंपनी को लगाया 6 करोड़ 84 लाख का चूना | (Bathinda News)

आरोपित हर माह कंपनी में काम करने वाले सभी मुलाजिमों की सैलरी बनाकर उनसे बनती रकम हासिल करता और उसे आगे बैंक खातों में ट्रांसफर कर देता। (Bathinda News) शिकायतकर्ता के अनुसार आरोपित अमरप्रीत सिंह ने उसके भरोसे का फायदा उठाते हुए साल 2017 से लेकर 2020 तक हर माह अपने परिवारिक सदस्यों के साथ मिलकर करीब तीन से साढ़े चार लाख रुपए प्रति माह गलत तरीके से अपने और अपने परिजनों के बैंक खाते में ट्रांसफर करता रहा। यह सिलसिला करीब लगातार चार साल तक चलता रहा।

साल 2021 में जब उन्होंने कंपनी के पिछले पांच सालों का आडिट करवाया, तो खुलासा हुआ कि आरोपित युवक अमरप्रीत सिंह ने अपने घर वालों को कंपनी का फर्जी मुलाजिम बनाकर उनके खातों में सैलरी के रूप में पैसे ट्रांसफर कर साल 2017 से लेकर 2020 तक कंपनी के छह करोड़ 83 लाख 87 हजार रुपए का गबन किया है। पुलिस ने मामले की पड़ताल करने के बाद आरोपित युवक पर मामला दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरु कर दी है।