कलयुग में ईमानदारी को रखा जिंदा

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सच कहूँ/विनोद शर्मा, फतेहाबाद। बारिश में बहे हजारों रुपये के गहने, नगदी और कुछ क्रेडिट कार्ड आखिरकार अपने मालिक को सकुशल मिल गए, तो वहीं गुरूनानक पुरा निवासी एक युवा जिसे यह गहने और नगदी मिले, उन्होंने ईमानदारी(Honesty) का परिचय देते हुए करीब दो माह तक मालिक को खोजकर उन्हें उनकी अमानत सुपुर्द कर दी। जानकारी के अनुसार शक्ति नगर निवासी युवती सुमन गुरूग्राम में जॉब करती है।

करीब दो माह पहले बारिश वाले दिन उनका पर्स रतिया चुंगी क्षेत्र में गिर गया था। पर्स में तीन-चार क्रेडिट कार्ड, दो बालियां, एक अंगूठी और 1200 रुपये की नगदी थी। वह पर्स ढूंढती रही, लेकिन नहीं मिला। वहीं गुरूनानकपुरा निवासी संदीप पुत्र रमेश चलाना ने बताया कि उसी दिन वह बरसात के बाद अपनी कार को साफ कर रहे थे तो उन्होंने देखा कि कार के टायर के नीचे एक लेडीज पर्स फंसा हुआ था। उन्होंने पर्स खोलकर देखा तो उसमें नगदी, गहने और के्रडिट कार्ड मिले। हैरत की बात यह है कि पर्स बारिश के पानी में करीब एक किलोमीटर दूर बहकर संदीप के घर तक पहुंच गया था और टायर में फंसकर रुक गया।

संदीप (Honesty) ने बताया कि उन्होंने के्रेडिट कार्ड में युवती का नाम और बैंक नाम पढ़कर बैंक में संपर्क किया तो के्रडिट कार्ड होल्डर महिला का नाम और फोन नंबर मिला, लेकिन दो माह तक उनसे संपर्क नहीं हुआ। हाल ही में उनसे संपर्क हुआ तो युवती के पिता और भाई ने अपनी अमानत वापस पाई।

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