गुरु जी का सुपरहिट टॉनिक

लोगों का जीवन बदल रहे पूज्य गुरुजी के 1 किलोमीटर चलने के वचन

चंडीगढ़ (एम के शायना)। आजकल की खराब जीवनशैली का असर हमारे स्वास्थ्य पर बुरी तरह से पड़ रहा है। हम खाना खाते हैं, फिर लेट जाते हैं या लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठे रहते हैं, इसका सीधा असर हमारे पाचन तंत्र पर पड़ता है। पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के लिए शारीरिक रूप से सक्रिय रहना जरूरी होता है। खराब आदतों की वजह से लोग कई बीमारियों से जूझ रहे हैं पर एक फकीर को तो हर एक जीव की चिंता होती है। ऐसे में अपनी ही कमियों की वजह से परेशान हुए लोगों को राह दिखाते हुए पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने सभी साध-संगत को स्वस्थ रहने के लिए वचन फरमाए हैं कि भोजन के बाद प्रतिदिन 1 कि.मी. सैर करनी है। रोज सुबह और शाम कम से कम 15 मिनट सुमिरन जरूर करना है।

  • सैर दो समय करना बहुत जरूरी होता है एक सुबह खाली पेट और दूसरी रात को खाना खाने के कुछ समय बाद।

आइए सबसे पहले जानते हैं सुबह की सैर के क्या फायदे हैं

दिन की शुरुआत अगर वाकिंग या जौगिंग के साथ की जाए तो आप पूरे दिन एनर्जी से भरपूर महसूस करते हैं वॉक करने से हेल्थ को कई फायदे होते हैं। मॉर्निंग वॉक से ना सिर्फ आपकी फिजिकल हेल्थ बेहतर रहती है बल्कि इससे मेंटल हेल्थ को भी मजबूती मिलती है। इससे आपका मूड बेहतर रहता है, तनाव और ऐनजाइटी को कम करने में मदद मिलती है। डिप्रेशन से बचाने के लिए मार्निंग वॉक मददगार साबित होती है और इससे थकान भी दूर होती है। सुबह की गई 20 मिनट की मॉर्निंग वॉक आपका सारा दिन पॉजिटिव एनर्जी देती है।

खाने के बाद वॉक करना ज्यादा जरूरी क्यों ?

खाना खाने के बाद तो वॉक करना और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है। क्योंकि इससे पाचन क्रिया में सुधार होता है, हम कई सामान्य से लेकर गंभीर बीमारियों से बचे रहते हैं। हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा, गैस्ट्रिक जैसी बीमारियों में खाना खाने के बाद वॉक करना बहुत जरूरी होता है।

  • खाना खाने के बाद घूमने से पाचन में सुधार होता है। इससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है। गैस, अपच और कब्ज की संभावना कम रहती है।
  • खाना खाने के बाद वॉक करने से वजन भी कंट्रोल में रहता है। जिन लोगों को मोटापे की समस्या है, उन्हें खाने के बाद वॉक जरूर करना चाहिए। वजन को कंट्रोल में रखने के लिए भी वॉक करना जरूरी है।
  • खाना खाने के बाद वॉक करने से मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है। मेटाबॉलिज्म सही से कार्य करता है, इससे हम हमेशा स्वस्थ रहते हैं।
  • वॉक करने से पाचन तंत्र में सुधार होता है, साथ ही इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है।
  • खाने के बाद घूमने से आंतरिक अंग स्वस्थ रहते हैं। वॉक करने से हमारी आंतों को खाना पचाने में अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती है।
  • खाना खाने के बाद पैदल चलने से शरीर में एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज होता है, इससे तनाव कम होता है।
  • वॉक करने से ब्लड सकुर्लेशन में भी सुधार होता है। इससे ब्लड सकुर्लेशन में आई रुकावट की समस्या दूर होती है।
  • डायबिटीज रोगियों के लिए खाना खाने के बाद घूमना काफी फायदेमंद होता है। इससे रक्त शर्करा का स्तर संतुलन में रहता है।


अब तो एक्सपर्ट डॉक्टर भी खाने के बाद टहलने को कहते हैं। एक सीनियर डॉक्टर के अनुसार भोजन के बाद कुछ मिनट टहलना आपके शरीर और दिमाग के लिए आश्चर्यजनक रूप से अच्छा है। पारंपरिक ज्ञान कहता है कि भोजन के बाद टहलना आपके दिमाग को साफ करने और पाचन में मदद करता है। वैज्ञानिकों ने यह भी पाया है कि भोजन के बाद 15 मिनट की सैर रक्त में शुगर के स्तर को कम करती है जिससे टाइप 2 मधुमेह जैसी जटिलताओं को दूर करने में मदद मिल सकती है।

खाने के बाद 30 से 90 मिनट के भीतर टहलना सबसे अच्छा परिणाम देता है। हालांकि किसी भी समय टहलना आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है पर भोजन करने के 30 से 90 मिनट के भीतर थोड़ी देर टहलना विशेष रूप से ब्लड शुगर स्पाइकर्स को कम करने में उपयोगी हो सकता है क्योंकि ऐसा तब होता है जब ब्लड शुगर का स्तर चरम पर होता है। घर में काम करने वाले लोगों के लिए , जूम मीटिंग के बीच या लंच के बाद ब्लॉकों के चारों और थोड़ी देर चलना चाहिए।

-डॉक्टर अमनदीप अग्रवाल एमबीबीएस , कार्डियक इमरजेंसी स्कोर्स अपोलो हॉस्पिटल, फैमिली फिजिशियन। प्रोफेसर आरडी अग्रवाल मेमोरियल हॉस्पिटल।

 

जैसे कि हमें पता है आजकल मोटापा लोगों में बहुत बढ़ता जा रहा है। जिस कारण लोगों को बहुत परेशानियों को सामना करना पड़ता है। इससे बचने के लिए आपको खाना खाने के बाद 1 किलोमीटर की सैर करनी चाहिए। जिसे आपको डायबीटीज, एसीडीटी, लीवर, पेनक्रियाज व कब्ज की समस्या नहीं होगी। सैर करने से आपका खाना जल्दी पचेगा जिससे आपको जल्दी एनर्जी मिलेगी और आपका पूरा दिन स्फूर्ति में गुजरेगा। सैर करने से आपकी त्वचा भी स्वस्थ रहेगी। सैर करने से आपका मोटापा नहीं बढ़ेगा, जो आज बहुत बड़ी समस्या बन गया है। अनियमित दिनचर्या के चलते आज भारत में हर पांचवा व्यक्ति डायबिटिज का मरीज है।

– डॉ. ललित मोहन जौहरी, सेवानिवृत जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी, नोएडा। दीर्घ एवं जटिल रोग विशेषज्ञ।


पूज्य गुरु संत डॉक्टर गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के मार्गदर्शन में करोड़ों लोगों ने सुबह और शाम की सैर शुरू कर दी है। जिसके बहुत ही बेहतर रिजल्ट सामने आ रहे हैं। लोग शारीरिक और मानसिक तौर पर स्वस्थ हो रहे हैं और जिंदगी का भरपूर आनंद ले रहे हैं।

सच कहूं संवाददाता से बातचीत करते हुए लोगों ने बताया कि पूज्य गुरु जी के वचन कैसे उनके लिए रामबाण साबित हो रहे हैं –

कुछ महीने पहले मेरा एक्सीडेंट हो गया था। मैं चलने फिरने में बिल्कुल असमर्थ था। लंबा समय बेड रेस्ट पर रहने के कारण मेरी पाचन क्रिया बिल्कुल खराब हो गई थी। मैं थोड़ा सा भी खाता था मुझे उल्टी आने का मन होता था। मैं परेशान रहता था। एक दिन मैं आॅनलाइन सत्संग सुन रहा था गुरु जी ने जो खाने के बाद 1 किलोमीटर चलने के वचन किए उन्होंने मुझे बहुत हिम्मत दी। धीरे-धीरे में लाठी के सहारे चलना शुरू हो गया। पूज्य गुरु जी के वचन सुनकर मैंने सुबह शाम धीरे धीरे चलना शुरू कर दिया, मैं जब भी चलता हुआ हिम्मत हारता पूज्य गुरु जी मेरे सामने ढाल बनकर खड़े हो जाते और मुझे हिम्मत देते कि बेटा तू चल सकता है। सैर करने से अब मेरी पाचन क्रिया बिल्कुल स्वस्थ है। मैं जो भी खाना खाता हूं अच्छी तरह से पचता है। अब मुझे खट्टी डकार भी नहीं आती। पूज्य गुरु जी के वचन मेरे लिए अमृत से कम नहीं है। धन्य हैं पूज्य गुरु जी जो मेरे जैसे लोगों की जिंदगियां सुधार रहे हैं।                                      –मनजीत इन्सां, गोहाना


पूज्य गुरु जी के वचन हमारे लिए किसी राहत से कम नहीं हैं। कोविड पीरीयड के बाद से सभी की जिंदगी उल्ट पुल्ट हो चुकी थी। सबके शरीर वैसे नहीं रहे जैसे पहले थे। मैं भी अपने बढ़ते वेट को लेकर परेशान हो रही थी। मैं वर्क आउट करना चाहती थी पर प्रॉपर नहीं कर पाती थी। पर पूज्य गुरु जी के वचनों ने हमें मॉर्निंग और इवनिंग वॉक करने का पाबंद बना दिया। अब धीरे-धीरे मेरा वजन कंट्रोल में आता जा रहा है। मैं पूज्य गुरु जी का जितना धन्यवाद करूं उतना कम है।
-सीमा इन्सां, लुधियाना


एक स्टूडेंट के लिए मन को एकाग्रचित्त कर पढ़ना बड़ा जरूरी होता है। एग्जाम पास आते ही हर स्टूडेंट को टेंशन होती है। पर पूज्य गुरु जी ने जो हमें वचन किए हैं कि 15 मिनट सुबह शाम सुमिरन करना है और सुबह शाम सैर करनी है, उससे मुझे बहुत बेनिफिट हो रहा है। मैं वाक से एनर्जेटिक फील करती हूं और दिमाग फ्रेश रहता है और पॉजिटिविटी मिलती है जिससे मेरा पढ़ाई में भी बहुत अच्छा मन लग रहा है। मैं बस कहना चाहती हूं थैंक यू पिताजी इतने अच्छे-अच्छे हेल्थ टिप्स देने के लिए। -स्नेहा इन्सां, लुधियाना


आपको बता दें कि पूज्य गुरु जी के वचनों को सारी साध संगत हुबहू मान रही है। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, यूपी-बिहार, राजस्थान और बाकी राज्यों में और विदेशों में भी अपने समय से समय निकालकर हर जगह डेरा अनुयायियों ने सुबह-शाम सुमिरन के साथ-साथ सैर करना शुरू कर दिया है जिससे वह अपना ख्याल रख रहे हैं और दूसरों को भी सेहत अच्छा रखने के लिए पूज्य गुरु जी के वचन बता रहे हैं। क्योंकि कहते हैं जान है तो जहान है अगर हम ही स्वस्थ नहीं तो हम देश के लिए क्या अच्छा कर सकते हैं। पूज्य गुरु जी ने डेरा अनुयायियों को ऐसे अच्छे-अच्छे प्रण करवाकर देश व सृष्टि पर बहुत बड़ा उपकार किया है।

देश-विदेश में पूज्य गुरु जी के वचन मानते हुए डेरा अनुयायी —-

दिल्ली

गुजरात

हरियाणा

हिमाचल

जम्मू-कश्मीर

कर्नाटक

मध्य प्रदेश

महाराष्ट्र

ओडिशा

पंजाब

राजस्थान

तमिलनाडु

तेलंगाना

उत्तराखंड

पश्चिम बंगाल

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