फतेहाबाद में बजा राम-नाम का डंका, नामचर्चा में उमड़ा सैलाब

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साध-संगत ने लिया प्रण बढ़-चढ़कर करेंगे मानवता भलाई के 138 कार्य

  • नामचर्चा के दौरान साध-संगत ने बांटे पक्षियों के लिए सकोरे

सच कहूँ/विनोद शर्मा, फतेहाबाद। डेरा सच्चा सौदा के स्थापना माह के उपलक्ष्य में फतेहाबाद के बस स्टैंड के सामने स्थित अनाज मंडी शैड के नीचे रविवार को जोन स्तरीय नामचर्चा (Naamcharcha In Fatehabad) का आयोजन किया गया। नामचर्चा के दौरान जिला भर की साध-संगत ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। साध-संगत ने धूमधाम से मानवता भलाई कार्यों के साथ डेरा सच्चा सौदा का पवित्र स्थापना दिवस मनाया। नामचर्चा का शुभारंभ सुखदेव इन्सां ने पावन नारा ‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ लगाकर किया गया।

इस मौके पर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा से 138 मानवता भलाई कार्यों के तहत साध-संगत ने बढ़-चढ़ कर भाग लेने का संकल्प लिया। नामचर्चा में साध-संगत को एलईडी के माध्यम से पूज्य गुरु जी के वचन सुनाए गए। नामचर्चा समाप्ति के बाद उपस्थित साध-संगत को लंगर एवं बूंदी का प्रसाद भी वितरित किए गया। नामचर्चा के दौरान साध-संगत के द्वारा पक्षियों के लिए सकोरे भी वितरित किए गए, ताकि सकोरे पक्षियों की प्यार बुझाने के लिए पेड़ों पर लगाए जा सके।

नामचर्चा पंडाल (Naamcharcha In Fatehabad) को बहुत ही सुंदर ढंग से सजाया गया था। साध-संगत ने गर्मी के मौसम को देखते हुए पक्षी उद्धार महिम के तहत साध-संगत द्वारा मिट्टी के सकोरे भी बांटे गए। जिसमें पक्षियों के लिए चोगा-पानी रखा जाएगा। जिम्मेवारों ने साध-संगत को इस महीने में मूक प्राणियों की मदद के लिए भी आगे आकर मिट्टी के सकोरे रखने का संकल्प भी दिलाया।

‘डेरा सच्चा सौदा की सोच पर पहरा देंगे ठोक कर’

हजारों की संख्या में पहुंची साध-संगत को संबोधित करते हुए जिम्मेवार संदीप अन्नु, राकेश बजाज ने कहा कि पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा से साध-संगत मानवता भलाई कार्यों को बढ़-चढ़ कर रही है और आगे और तीव्र गति से किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पूरी साध-संगत एकजुट है। वहीं नामचर्चा में पहुंची साध-संगत को रक्तदान, मरणोपरांत शरीरदान व आँखें दान, गुर्दा दान, गरीब जरूरतमंद लोगों की सहायता करने के साथ-साथ दूसरों के दु:ख में शामिल होने की अपील की।

उन्होंनें बताया कि डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत हमेशा मानवता भलाई कार्यों के लिए तैयार रहती है। नामचर्चा में साध-संगत ने एक साथ दोनों हाथ ऊपर उठाकर ‘डेरा सच्चा सौदा की सोच पर पहरा देंगे ठोक कर’ के नारे लगाए। साथ ही साध-संगत ने पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा बताए गए 138 मानवता कार्यों को बढ़-चढ़कर करने का प्रण लिया। हजारों की संख्या में पहुंची साध-संगत ने हाथ खड़े कर पूज्य गुरु जी पर अटूट विश्वास व श्रद्धा जताई और मानवता भलाई कार्यों में पहले से दुगना करने आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि जब-जब देश में कोई आपदा आई है डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत हमेशा मानवता भलाई कार्यों में आगे रही है। आज डेरा सच्चा सौदा के नाम अनेक वर्ल्ड रिकार्ड दर्ज है। नामचर्चा के दौरान जिला भर की साध-संगत ने ढोल नगाड़ों के साथ बढ़-चढ़कर भाग लिया। नामचर्चा के दौरान कविराजों ने भजनों के माध्यम से वातावरण को भक्तिमय बना दिया।

साध-संगत मानवता भलाई के कार्य कर मनाती है स्थापना माह

वर्णनीय है कि की डेरा सच्चा सौदा सरसा की स्थापना 29 अप्रैल 1948 को पहली पातशाही पूजनीय बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज ने की थी। डेरा सच्चा सौदा के दुनियां भर में मौजूद 6 करोड़ श्रद्धालु पूरे अप्रैल माह को पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी द्वारा शुरू किए गए 138 मानवता कार्यों को करके मनाते हैं।

इस मौके पर राजकुमार कामरा, ईश्वर खजूरी, अनिल, लक्ष्मण अरोड़ा, मोहर सिंह, हरभगवान भोडिय़ा खेड़, कपिल इन्सां, गौरव इन्सां, प्यारे लाल, भजन लाल, नरसी इन्सां, ओमप्रकाश इन्सां, केवल कृष्ण, चंद्र भान, कपिल नारंग, कृष्ण ढाका, अमर चंद, राम सरदाना, सुभाष सैनी, जय गोपाल, गौरव कुमार, बहनों में कांता, मंजू, कैलाश, सरोज, रीमा, अनु सहित शहर के अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।

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