साध-संगत बोली: ‘पूज्य गुरु जी ने हमें सभी धर्मों का आदर-सत्कार करना सिखाया’

Unwavering faith: Dera devotees SACHKAHOON

ओढां (सच कहूँ )। डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा पूरे विश्व में चलाए जा रहे 135 मानवता भलाई कार्य समाज को नई दिशा देने का काम रहे हैं। डेरा सच्चा सौदा में 6 करोड़ से भी ज्यादा अनुयायियों को हमेशा इंसानियत व सभी धर्मों का आदर सत्कार करना सिखाया जाता है। इसलिए जब भी बात किसी को मकान बनाकर देने की हो, खूनदान की हो, बेटियों की शादी या किसी प्राकृतिक आपदा में फंसे इंसान की मद्द की, डेरा अनुयायी जात-धर्म व मजहब नहीं देखते वो देखते हैं सिर्फ ‘इंसानियत’। डेरा अनुयायियों का कहना है कि पूज्य गुरु जी ऐसे संत, पीर-फकीर हैं जो स्वयं भी सभी धर्मों का सत्कार करते हैं और अपने अनुयायियों को भी ऐसी ही शिक्षा देते हैं और देते रहेंगे।

हमारा परिवार 3 पीढ़ियों से डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हुआ है। पूज्य गुरु जी ने हमें मानवता भलाई कार्यांे के साथ-साथ सभी धर्मांे का आदर सत्कार करना भी सिखाया है। हमारे लिए सभी धर्म एक समान है। कुछ लोग बेवजह बेबुनियाद आरोप लगाकर डेरा सच्चा सौदा को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। हमारे गांव में मन्दिर, गुरूद्वारा सहित कई धार्मिक संस्थान है। हम सभी का आदर सत्कार करते हैं। डेरा सच्चा सौदा सच था और सच ही रहेगा।
-बागचंद इन्सां (अहमदपुर)।

हमारा परिवार 2 पीढ़ियों से डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हुआ है। डेरा सच्चा सौदा में राम-नाम के साथ-साथ सभी धर्मांे का आदर-सत्कार करना व आपस में प्रेम करना ही सिखाया जाता है। पूज्य गुरू जी ने सत्संगों में सभी संत महापुरूषों की साखियों का उल्लेख करते हुए सभी का अदब व आदर-सत्कार से नाम लिया। हम किसी धर्म की बेअदबी करना तो दूर ऐसा सोच भी नहीं सकते। पंजाब से बड़ी संख्या में साध-संगत डेरा सच्चा सौदा में आती-जाती है। सभी को यही सिखाया जाता है कि सभी धर्म मजहब ही एक नहीं अपितु सभी इंसान भी एक हैं।
-पाल सिंह इन्सां (रोड़ी)।

हमारा परिवार 3 पीढ़ियों से डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हुआ है। हमें पूज्य गुरु जी ने सभी धर्मांे आदर-सम्मान करना सिखाया है। सभी धर्मांे के लोग हमारे भाई हैं। हम सभी धार्मिक स्थलों का सम्मान करते हैं तथा एक-दूसरे के कार्यक्रमों में भी शिरकत करते हैं। हमारे लिए सभी धर्म एक समान हैं। कुछ लोग राजनीति की आड़ में डेरा सच्चा सौदा को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सच सबके सामने एक दिन जरूर आएगा।
-सतपाल इन्सां (बीरूवाला गुढ़ा)।

हम 4 पीढ़ियों से डेरा सच्चा सौदा से जुड़े हुए हैं। हमारा पूरा परिवार सेवा कार्यांे में भाग लेता है। मैं हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उड़ीसा, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश सहित अनेक राज्यों में सेवा व सत्संगों में गया हूँ। पूज्य गुरु जी ने यही सिखाया है कि सभी धर्म-मजहब सत्कार करने योग्य हैं। हम सभी धर्मांे के लोगों के सुख-दुख में शामिल होते हैं। सभी के साथ हमारा प्रेम है। कुछ लोग अपनी राजनीति चमकाने के लिए डेरा सच्चा सौदा को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे कामयाब नहीं होंगे।
-जयकिशन इन्सां (सहारनी)।

हमारा परिवार 4 पीढ़ियों से डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हुआ है। हमें पूज्य गुरू जी ने सभी धर्मांे का सत्कार करना सिखाया है। पूज्य गुरु जी तो क्या डेरा का कोई अनुयायी भी किसी धर्म का अनादर करने बारे सोच भी नहीं सकता। गांव में सभी धार्मिक स्थल हैं। हम सभी का पूरा आदर सत्कार करते हैं। एक-दूसरे के धार्मिक कार्यक्रमों में भी आना-जाना होता है। हमारे लिए सभी धर्म व सभी लोग बराबर हैं। डेरा सच्चा सौदा पर जो धर्म का अनादर करने के आरोप लगाए जा रहे हैं उनमें कोई सच्चाई नहीं है।
-सर्वजीत सिंह इन्सां (नंबरदार भंगू)।

हम पिछली 3 पीढ़ियों से डेरा सच्चा सौदा से जुड़े हुए हैं। हमारा पूरा परिवार डेरा सच्चा सौदा में आता-जाता है। पूज्य गुरू जी ने हमें इंसानियत की सेवा व सभी धर्मांे का सत्कार करने के अलावा सभी से प्रेम करना सिखाया है। कुछ लोग राजनीति व माया के वशीभूत होकर डेरा सच्चा सौदा को बदनाम करने पर तुले हुए हैं, लेकिन हमारा विश्वास आज भी डेरा सच्चा सौदा में है और हमेशा रहेगा। गांव में अनेक धर्मांे के लोग रहते हैं। सभी के साथ हमारा मेलजोल व आना-जाना है।
– पवन इन्सां (नागोकी)।

 

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