Ajab Gajab: वैज्ञानिकों ने 70 करोड़ साल से सोये डायनासोर को बाहर निकाला! वैज्ञानिक स्थिति देख चौंके!

Ajab Gajab
Ajab Gajab

नई दिल्ली। Ajab Gajab: वैज्ञानिकों ने डायनासोर की पहले से अज्ञात, पूरी तरह से संरक्षित 70 करोड़ वर्ष पुरानी प्रजाति के अवशेषों का पता लगाया है जो पहली बार यह देखने को मिलता है कि प्रागैतिहासिक जीव कैसे सोते थे।

चीन में छोटे, दो पैरों वाले डायनासोर की खोज की गई थी, जो अपने सिर को बांह के नीचे छिपाकर मुड़ी हुई अवस्था में सोया हुआ था। यह बिल्कुल ऐसे सोया था जैसे आधुनिक पक्षियों के सोने की मुद्रा होती है। बीजिंग में चाइनीज एकेडमी आॅफ साइंस के जिÞंग जू के अनुसार, ‘‘यह डायनासोर में सोने की अवस्था की पहली रिपोर्ट है।’’ ‘‘सोते हुए डायनासोर के बारे में पहले हमें कोई ऐसी जानकारी नहीं मिली।’’ मेई लॉन्ग नाम से जाना जाने वाला डायनासोर, जिसका चीनी भाषा में अर्थ है ‘‘सुख से सोता हुआ ड्रैगन’’, डायनासोर लगभग 21 इंच (53 सेंटीमीटर) लंबा या एक बड़े पक्षी के आकार का था। इसकी ऐसी विभिन्न विशेषताएं पक्षी उत्पत्ति का संकेत देती हैं। Ajab Gajab

Jobs in IT Hardware: नौकरियाँ ही नौकरियाँ, 50 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार के अवसर!

Ajab Gajab
Ajab Gajab

जू ने बताया ‘‘यह मेरे द्वारा अब तक देखे गए सबसे पूर्ण कंकालों में से एक है। यह एक उत्तम संरक्षण है। इस कंकाल में लगभग हर हड्डी है, कोई गड़बड़ी नहीं है, पूरा शरीर सजीव मुद्रा में व्यवस्थित है।’’ सोया हुआ कंकाल लियाओनिंग प्रांत के बेइपियाओ शहर के पास पाया गया, जो जीवाश्मों से समृद्ध क्षेत्र है जिसने डायनासोर के व्यवहार के रहस्यों को उजागर किया है। वैज्ञानिकों की मानें तो इस डायनासोर के सोने की मुद्रा से यह संकेत मिलते हैं कि यह विशेषता संभवत: आधुनिक पक्षियों के डायनासोर पूर्वजों में उत्पन्न हुई थी। कंकाल की उल्लेखनीय रूप से संरक्षित स्थिति और स्थिति को देखते हुए, मेई लॉन्ग की शांतिपूर्ण और शायद अचानक मौत हो गई। अन्य डायनासोरों के अपेक्षा, मेई लॉन्ग जब मरा तो संतुष्ट होकर सोता हुआ प्रतीत हुआ जोकि क्लासिक मौत की मुद्रा में अपनी गर्दन पीछे की ओर मोड़े हुए पाए जाते हैं।

Adulteration in mustard oil: कहीं नकली तो नहीं खरीद रहे सरसों का तेल? कैसे करें पहचान, असली है या नकली?

न्यूयॉर्क में अमेरिकन म्यूजियम आॅफ नेचुरल हिस्ट्री के जू और उनके सहयोगी मार्क नोरेल ने यह सुनिश्चित नहीं किया है कि डायनासोर को किसने मारा, लेकिन उन्होंने इसकी कई संभावनाएं से भी इंकार नहीं किया है। हो सकता है यह आॅक्सीजन की कमी से मरा हो। ज्वालामुखीय राख की मोटी परतों के नीचे दबा हुआ होने से मर सकता है या छत ढहने पर किसी गुफा या बिल में सो रहा होगा, जिससे उसकी मौत हो सकती है। नेचर जर्नल के अंक में एक शोध की रिपोर्ट देने वाले जू के अनुसार, ‘‘कंकाल की स्थिति देखकर आप यह अंदाजा लगा सकते हैं कि वह शांति से सोता हुआ मौत को प्राप्त हो गया होगा।’’