मेमनों के बहाने पोते बख्शे
गुरू सत ब्रह्मचारी सेवादार मक्खन सिंह ने बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज के एक अलौकिक करिश्मे का वर्णन करते हुए बताया कि हम तीन भाई थे। मैं और खिल्लन सिंह (भाई) तो ज्यादा समय डेरा सच्चा सौदा में ही बिताते व सेवा करते थे। छोटा भाई मल्ल सिंह घर का क...
Saint Dr. MSG on Instagram : आपका वो है जो सारी दुनिया का मालिक है : पूज्य गुरु जी
बुरे समय से नहीं घबराइये , अच्छा समय भी आपके इंतजार में
बरनावा (सोनू)। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने इंस्टाग्राम पर वीडियो के माध्यम से आमजन व युवा पीढ़ी को संदेश दिया। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि समय कभी एक जैसा नहीं रहता। कर्...
सच्चे सतगुरु जी की रहमत शिष्य का पक्का किया दृढ़ विश्वास
पूजनीय परम पिता जी ने फरमाया, ‘‘बेटा , जिसको मालिक पर विश्वास है, मालिक उसका जिम्मेवार है तथा उसके सारे काम स्वयं ही करता है। जो मालिक का हो जाता है, मालिक भी उसका हो जाता है।’’
एक दिन मैं अर्द्धजागृत अवस्था में सोया हुआ था। अचानक मुझे पूजनीय परम पि...
हमने तुम्हारे यहां एक और लड़का भेज दिया है
पूज्य हजूर पिता जी की बख्शिश
प्रेमी रामफल इन्सां सुपुत्र श्री भरत सिंह एसडीओ पीडब्लयूडी आईबी (हरियाणा) मकान नं. 561 सैक्टर 7 कुरुक्षेत्र। प्रेमी जी अपने सतगुरु मुर्शिदे कामिल पूजनीय हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के अपार रहमो-कर्म ...
‘गुरू’ मीठा, प्यारा, सुखदायक और दिल में ठंडक बरसाने वाला, परम पूजनीय शब्द है
सतगुरू के प्यारे-प्रेमियों के लिए ‘गुरू’ शब्द ही अति प्यारा और मन को भाता है। अपने गुरू के प्यार में रंगे हुए किसी गुरू-भक्त का बयान है- ‘‘ऐ मेरे दिल! मैं ऐसी किस आवाज (शब्द) को सुन रहा हूं, जिस कारण मेरा दिल दरिया में प्रेम की तरंगे हिलोरें ले रही ह...
पूजनीय बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज के पवित्र ईलाही वचन
हर एक फकीर अपने मुुर्शिद के नाम पर मस्त हुआ है। उसी के प्यार में ही मालिक तक पहुंचा है और उसी का धन्यवाद करता है। मालिक प्रेम है और उसके मिलने का रास्ता भी प्रेम ही है, जिसने पाया है मुर्शिद में जज्ब होकर ही पाया है। दो बातें याद रखना। एक दिन जरूर मर...
यहां भी तू वहां भी तू जिधर भी देखूं बस तू ही तू…
पूज्य हजूर पिता जी मुस्कुराकर फरमाने लगे, ‘‘कोई बात नहीं पिता जी, आपका जन्म दिन भी आएगा। हम धूमधाम से मनाएंगे और साध-संगत को खूब नचाएंगे।’’
एक दिन पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज अपनी लम्बी प्यारी सोटी लेकर तेरावास से बाहर आए तो मौज में आकर फरमा...
सतगुरू जी ने एक माह पहले संस्कारी रूह को दर्शाया उसका अंत समय…
बहन दर्शना रानी इन्सां पत्नी सचखंडवासी मास्टर हंसराज , गांव माहूआणा बोदला, तह. व जिला फाजिल्का (पंजाब) सतगुरू जी की अपने ऊपर हुई अपार रहमत का वर्णन इस प्रकार बयान करती है।
ऐ मालिक! हमारे परिवार पर ऐसी दया-रहमत करना कि हम भी अपने आखिरी स्...
राम-नाम की आशिकी में आगे बढ़ना है तो यह वचन आपके लिए हैं…
चंडीगढ़ (सच कहूँ/एमके शायना)। संत हमेशा सबका भला करने के लिए इस दुनिया में आते हैं। इस सृष्टि के सभी जीव,पशु, पक्षी, जानवर जो भी परमात्मा की औलाद हैं संतों उन्हें अपनी औलाद समझते हैं। संतों का एक ही उद्देश्य होता है सदीयों से बिछड़ी हुई रुहों को प्रभु ...
जब पूज्य गुरु जी ने सबसे बड़ी मांग पूरी होने का दे दिया आशीर्वाद
चंडीगढ़ (सच कहूँ/एमके शायना) पूज्य गुरु (Saint Dr. MSG) संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां अपने दीनता नम्रता और प्रेम वाले स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। वह हर किसी के लिए हमेशा दुआ करते नजर आते हैं। उनका एक भी कदम सृष्टि की भलाई के बिना नहीं होता। ...
सतगुरू जी ने अपने सच्चे शिष्य के फैसले को किया सही साबित
बेपरवाह जी ने फरमाया, ‘‘अपना छोरा ले जाओ, हमें कोई जरूरत नहीं है। असीं कोई इत्थे नहीं रखा है।’’
सरसा शहर के सुखी राम को छोटी आयु में ही मुर्शिद जी ने अंदर से प्रेम-प्यार व भक्ति बख्शी। उसे परमात्मा को पाने की तड़प लग गई। रोज डेरा सच्चा सौदा सरसा में ...
जो गुरु पर संदेह करते हैं ऐसे चपटों के लिए यह खास वचन
चंडीगढ़ (एमके शायना)। संतों की महिमा इस जगत में अपार होती है, जिसका कोंई अंत नहीं है। गुरु बिना ज्ञान की प्राप्ति नही होती और मनुष्य विचलित मन से इधर-उधर भटकता रहता है। गुरु ही हमें ज्ञान देते है और उसी से हमारे जीवन में प्रकाश उजागर होता है। हमारे जी...
सुख आए, तो खुश रहो, दु:ख आए, तो हाय-तौबा मत करो : पूज्य गुरु जी
पूज्य गुरू जी फरमाते हैं कि भगवान के रास्ते पर ओवर स्मार्ट कभी न बनो। दुनियावी तौर पर तो आप बनते ही रहते हो, किसी को क्या टोकना! ओवरस्मार्ट का मतलब है कि अपने-आपको बहुत होशियार समझना और सामने वाले को बेइंतहा मूर्ख। यह गलत बात है। ऐसा नहीं होना चाहिए।...
अपने कर्तव्यों को सही निर्वाह करो
सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने साध- संगत को रूहानी वचनों से निहाल करते हुए फरमाया कि इसांन इस दुनिया में मालिक का नाम लेने के लिए आया। इसका मतलब ये नहीं कि उसका कोई कर्तव्य नहीं। इस संसार में आकर इन्सान को अलग-अलग रिश्तों ...
हम सब एक हैं और हमारा मालिक एक है : पूज्य गुरु जी
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि भगवान, अल्लाह, राम, वाहेगुरु, गॉड, खुदा, रब्ब, अरबों नाम हैं उसके, पर वह शक्ति एक थी, एक है और एक ही रहेगी। क्या आपने सुना है लोग पानी के नाम पर कभी झगड़ा करते हों? पानी के जल, नीर, वाटर,...