अस्पतालों में मरीजों की ओपीडी बढ़ी, डॉक्टरों ने दी सावधानी बरतने की सलाह
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। ठिठुरन बढ़ने के साथ-साथ वायरल मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इससे अस्पतालों में मरीजों की ओपीडी बढ़ने लगी है। बदलते मौसम में अधिकतर लोग खांसी, बुखार, सर्दी, जुकाम से पीड़ित हो रहे हैं। ऐसे मौसम में बुजुर्गों और बच्चों के लिए बहुत अधिक वायरल से ग्रस्त होने का खतरा है। क्योंकि तापमान में बदलाव होने का सबसे अधिक प्रभाव बुजुर्गों और बच्चों पर देखने को मिलता है। खानपान की दृष्टि से सर्दी का मौसम हर व्यक्ति के लिए सबसे बेहतर बताया जाता है। इस मौसम में लगभग सभी हरी सब्जियां बाजार में आसानी से उपलब्ध रहती हैं।
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सेहत का रखें पूरा ध्यान: डॉ. मनीष
सिविल सर्जन डॉ. मनीष बंसल ने बताया कि सर्दी के मौसम में अपने आप को बचाए। अपने शरीर को गर्म कपड़ों से ढक कर रखे। हवा चलने पर घर से बाहर निकालने के परहेज करें। खानपान का विशेष ध्यान दें। अच्छी डाइट लें। सर्दी में बहुत से लोग पानी नहीं पीते हैं ऐसे में गर्म पानी जरूर पीए। ठंडी चीजें खाने से परहेज करें। गर्म पानी से नहाए। बच्चों की तरह बुजुर्गों का भी इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। उन्हें भी रोग जल्द चपेट में ले लेता है। ऐसे में उनका पूरा ध्यान रखें।
कोविड के मरीज अभी नहीं है। बदलते मौसम से वायरल मरीजों की संख्या ज्यादा बढ़ रही है। सबसे ज्यादा बुखार, खांसी, जुकाम से प्रभावित मरीज की है। सरसा नागरिक अस्पताल में प्रतिदिन करीब 1200 मरीजों की ओपीडी हो रही है। -डॉ. मनीष बंसल, सिविल सर्जन, सरसा।
पारा लुढ़ककर पहुंचा 6.4 डिग्री: मौसम में बदलाव होने लगा है। सरसा का तापमान हिमाचल प्रदेश के शिमला से भी नीचे चला गया है। सरसा का इस सीजन में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री रहा जबकि शिमला का तापमान 9.0 डिग्री रहा। पहाड़ी क्षेत्र में बर्फ गिरने व उत्तरी व उत्तर पश्चिमी हवाएं चलने से तापमान में गिरावट आने लगी है। इससे ठंड का असर बढ़ने लगा है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 24.0 डिग्री व न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री तक पहुंच गया। ठंड का असर शाम ढलते ही शुरू हो जाता है। इसके बाद सुबह के समय ठंड का असर ज्यादा रहता है।
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