कुरुक्षेत्र(सच कहूँ/देवीलाल बारना)। डेरा सच्चा सौदा हमेशा से ही देश सेवा के लिए समर्पित रहा है। देश की हर वह चीज जोकि सम्माननीय है, डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत उसका दिल से सम्मान करती है। हाल ही में पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा समस्त साध-संगत को वचन किए हैं कि सभी ने अपने घरों में तिरंगा स्थापित करना है ताकि हर वक्त अपने नजदीक तिरंगे को देखकर हमारे अंदर देशभक्ति की भावना जागृत हो सके। ऐसे में साध-संगत द्वारा घर-घर में तिरंगा स्थापित किया जा रहा है। इसी कड़ी में ब्लॉक कुरुक्षेत्र के गांव बारना की साध-संगत द्वारा सभी घरों में तिरंगे को स्थापित किया गया है। साध-संगत ने पूरे सम्मान के साथ तिरंगे को अपने घरों की छतों पर स्थापित किया व सैल्यूट किया और उन शहीदों को याद किया जिनकी बदौलत आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं।
हरियाणा के 45 मैंबर कृपा राम इन्सां ने कहा कि साध संगत पहले से ही देश सेवा में अग्रणी रही है। जब भी देश पर कोई संकट आया है। साध-संगत सीना चौड़ा कर सबसे अग्रणी पंक्ति मे खड़ी मिली है। डेरा सच्चा सौदा का हर एक मुरीद राष्ट्रसेवक है। इसी कड़ी में पूज्य गुरु जी की शिक्षाओं पर चलते हुए साध-संगत जोर शोर से अपने घरों में तिरंगे झंडे को स्थापित कर रही है। इस मौके पर भंगीदास कृष्ण, जगदीश चंद्र इन्सां, तिलक राज, जीता राम, नरेंद्र पाल, गुरदीप इन्सां, रामकुमार, जिले सिंह, बलवान, सुरेंद्र, सुखविंद्र, कृपा राम, कुलदीप, रघुबीर सिंह, पपिंद्र, अनमोल, अंकित, राहुल, जोगिंद्रो, बंती, मलकीतो, सावित्री, चरणजीत, बिमला, धनदेवी व रोशनी सहित अन्य सेवादार मौजूद रहे।
ध्यान में रखें ये नियम:
तिरंगा हर भारतीय की शान है, हर भारतीय को चाहिए कि वह अपने घर, आॅफिस, व्यवसायिक प्रतिष्ठान पर शान के साथ तिरंगा फहराये परन्तु तिरंगे के सम्मान में हर देशवासी को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए।
1. झंडा हाथ से काते और बुने गए ऊनी, सूती, सिल्क या खादी से बना होना चाहिए। झंडे का आकार आयताकार होना चाहिए। इसकी लंबाई और चौड़ाई का अनुपात 3:2 का होना चाहिए। केसरिया रंग को नीचे की तरफ करके झंडा लगाया या फहराया नहीं जा सकता।
2. सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच ही तिरंगा फहराया जा सकता है। रात के समय झंडा फहराने की अनुमति है लेकिन झंडा 100 फुट की ऊंचाई पर हो और झंडे पर रोशनी की व्यवस्था हो। झंडे को कभी भी जमीन पर नहीं रखा जा सकता। झंडे को आधा झुकाकर नहीं फहराया जाएगा सिवाय उन मौकों के जब सरकारी इमारतों पर झंडे को आधा झुकाकर फहराने के आदेश जारी किए गए हों।
3. झंडे को कभी पानी में नहीं डुबोया जा सकता। किसी भी तरह फिजिकल डैमेज नहीं पहुंचा सकते। झंडे के किसी भाग को जलाने, नुकसान पहुंचाने के अलावा मौखिक या शाब्दिक तौर पर इसका अपमान करने पर तीन साल तक की जेल या जुमार्ना, या दोनों हो सकते हैं।
4. झंडे का कर्मशियल इस्तेमाल नहीं कर सकते। किसी को सलामी देने के लिए झंडे को झुकाया नहीं जाएगा। अगर कोई शख्स झंडे को किसी के आगे झुका देता हो, उसका वस्त्र बना देता हो, मूर्ति में लपेट देता हो या फिर किसी मृत व्यक्ति (शहीद आर्म्ड फोर्सेज के जवानों के अलावा) के शव पर डालता हो, तो इसे तिरंगे का अपमान माना जाएगा।
5. तिरंगे की यूनिफॉर्म बनाकर पहनना गलत है। अगर कोई शख्स कमर के नीचे तिरंगे को कपड़ा बनाकर पहनता हो तो यह भी अपमान है। तिरंगे को अंडरगार्मेंट्स, रुमाल या कुशन आदि बनाकर भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
6. झंडे पर किसी तरह के अक्षर नहीं लिखे जाएंगे। खास मौकों और राष्ट्रीय दिवसों जैसे गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडा फहराए जाने से पहले उसमें फूलों की पंखुड़ियां रखने में कोई आपत्ति नहीं है।
7. किसी कार्यक्रम में वक्ता की मेज को ढकने या मंच को सजाने में झंडे का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। गाड़ी, रेलगाड़ी या वायुयान की छत, बगल या पीछे के हिस्से को ढकने में यूज नहीं कर सकते। झंडे का इस्तेमाल किसी इमारत में पर्दा लगाने के लिए नहीं किया जा सकता।
8. फहराए गए झंडे की स्थिति सम्मानजनक बरकरार होनी चाहिए। फटा या मैला-कुचैला झंडा नहीं फहराया जाना चाहिए। झंडा फट जाए, मैला हो जाए तो उसे एकांत में मर्यादित तरीके से पूरी तरह नष्ट कर दिया जाए।
9. यदि झंडे को किसी मंच पर फहराया जाता है, तो उसे इस प्रकार लगाया जाना चाहिए कि जब वक्ता का मुंह श्रोताओं की ओर हो तो झंडा उसके दाहिनी ओर रहे। एक तरीका यह भी है कि झंडे को वक्ता के पीछे दीवार के साथ और उससे ऊपर लेटी हुई स्थिति में प्रदर्शित किया जाए।
10. किसी दूसरे झंडे या पताका को राष्ट्रीय झंडे से ऊंचा या उससे ऊपर या उसके बराबर नहीं लगाया जा सकता। इसके अलावा, फूलमाला, प्रतीक या अन्य कोई वस्तु झंडे के पोल के ऊपर रखी जाए।
11. भारतीय नागरिक अब रात में भी राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहरा सकते हैं। इसके लिए शर्त होगी कि झंडे का पोल वास्तव में लंबा हो और झंडा खुद भी चमके।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।