आमजन की रसोई का बिगड़ रहा बजट

Budget of The Common Man sachkahoon

गर्मी से सब्जियों फलों के रेटों में उछाल

  • नींबू, हरी मिर्च व मौसम्मी के भाव आसमान पर

सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। रसोई गैस व पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ौतरी के बाद सब्जी एवं फलों के रेटों में भी भारी उछाल आने के बाद आम आदमी की रसोई का बजट (Budget of The Common Man) पूरी तरह से बिगड़ गया है। आलम ये है कि गर्मी की अधिकता के चलते ही ऐसी स्थिति पैदा हो गई कि गर्मी के मौसम में कुछ राहत देने वाली सब्जियों के रूप में प्रयोग किए जानी वस्तुओं के दाम पहुंच से बाहर हो गए हैं।

चूंकि मार्च माह के अंतिम सप्ताह में ही गर्मी में खासी बढ़ौतरी हुई है और ऐसे में नींबू, हरी मिर्च और मौसम्मी आदि के दाम शिखर पर पहुंच गए हैं जिससे आमजन चाहकर भी उन्हें खरीद पाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा। चिकित्सकों की सलाह के मुताबिक ऐसे मौसम में फलों व सब्जियों को प्रचूर मात्रा में लेना चाहिए मगर फल सब्जियों के दामों में हुई बेतहाशा वृद्धि ने आमजन को सकते में ला दिया है। गर्मी की आहट में पेय पदार्थों की एकाएक बढ़ी मांग ने नींबू की कीमत को 50 रुपए किलो से बढ़ाकर 250 रूपए किलो तक पहुंचा दिया है।

वहीं किन्नू का स्थान अब मौसम्मी ने ले लिया है। जो किन्नु 50 रूपए किलो मिलता था वह अब 100 रूपए तक पहुंच गया है। ऐसे में किन्नू को मिलाकर जूस बेचने वालों ने एक गिलास जूस की कीमत 50 रूपए तय कर दी है। अब जब ग्राहक बढ़ी कीमत (Budget of The Common Man) पर बात करने लगते हैं तो जूस विक्रेता उन्हें ठंडा शरबत व लस्सी पीने की सलाह देने लगे हैं। नारियल ने भी इस मौसम में 40 रूपए से उछलकर 60 रूपए पर अपनी उपलब्धतता दर्ज की है। कमोबेश उनकी तरह ही संतरा, अंगूर, अनार आदि फलों के दामों में भी वृद्धि दर्ज हुई है।

गर्मी का एकाएक बढ़ने से हो रही दिक्कत

फल एवं सब्जी विक्रेता सुमित वधवा के मुताबिक इस समय नींबू, मिर्च, संतरा, अनार, सेब, मौसमी आदि फलों के रेटों में अप्रत्याशित उछाल का कारण गर्मी का अचानक बढ़ना है। सारा गणित मांग व आपूर्ति का है। गर्मी के कारण पेयजल पदार्थों की मांग अधिक है वहीं फलों व सब्जियों की आपूर्ति सामान्य है जिस कारण दामों में वृद्धि हो रही है। इसी प्रकार एक अन्य विक्रेता अनुराग धींगड़ा ने बताया कि इस समय नींबू, मिर्च, संतरा, अनार, सेब, मौसमी आदि फलों के रेटों में बेशक उछाल आया है लेकिन अन्य सब्जियों के रेट अभी सामान्य ही हैं। अभी तक डीजल के दामों में वृद्धि के कारण ट्रांसपोटर्स ने भाड़ा नहीं बढ़ाया है लेकिन यदि भविष्य में डीजल के दामों में और अधिक वृद्धि हुई तो निश्चित तौर पर सभी फलों व सब्जियों के दामों में और वृद्धि हो सकती है।

मिर्ची मुफ्त मत मांगना साहब

सब्जी खरीदने के बाद मिर्ची व धनिया मुफ्त मांगना सामान्य बात है लेकिन इस समय मिर्ची के दाम 200 रूपए किलो होने के कारण बिहार से सरसा में सब्जी बेचने का काम करने वाले रेहड़ी चालक राम प्रसाद ग्राहक को कहते हैं कि मिर्ची फ्री मत मांगना साहब धनिया फ्री डाले दे रहे हैं। रामप्रसाद बताते हैं कि एक मिर्ची इस समय उन्हें 5 रूपए की पड़ रही है।

ये बोले कृषि वैज्ञानिक

इस समय तापमान पिछले वर्ष की अपेक्षा 4 से 6 डिग्री सेल्सियस अधिक है, जिसके कारण अगेती फसलों जिनके पत्ते बड़े होते है जैसे कि कददू, तोरी, पेठा, शिमला मिर्च, भिंडी, करेला आदि फसलों को इस तापमान वृद्धि का नुक्सान हो सकता है, लेकिन यदि पर्याप्त पानी उपलब्ध हो तो इसका असर बहुत कम होगा। वहीं दूसरी ओर तरबूज व खरबूजे की फसलों को इस तापमान की वृद्धि का लाभ होगा।

डॉ. ओमप्रकाश, कृषि विज्ञान केंद्र, सरसा।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।