बरसात के चलते बढ़ा घग्गर दरिया का जलस्तर, प्रशासन पूरी तरह चौकस

मूनक/संगरूर । (सच कहूँ/मोहन सिंह) हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ पंचकूला, जीरकपुर, राजपुरा, पटियाला आदि जगहों पर हुई जबरदस्त बरसात ने मूनक क्षेत्र के लोगों में घग्गर दरिया के पानी का स्तर बढ़ने से संभावित बाढ़ का डर पैदा कर दिया है। बेमौसमी बरसात से जहां पक चुकी फसलों का नुक्सान हो गया है। वहीं अब घग्गर दरिया में पानी का स्तर बढ़ने से लोग सहम भरे माहौल में हैं। इस सीजन में अब तक घग्गर दरिया में पानी का स्तर 743:6 तक ही था। लेकिन मंगलवार दोपहर बाद घग्गर दरिया में खनौरी में लगे मापदंड अनुसार पानी का स्तर पर बढ़ कर 745:5 फुट हो चुका है। भले ही फिलहाल घग्गर दरिया के संभावित बाढ़ का कोई खतरा नहीं है लेकिन फिर भी घग्गर दरिया की मार नीचे आने वाले किसानों और प्रशासन को पूरी तरह से चौकस रहने की जरूरत है। घग्गर दरिया में सुबह 6 बजे से दोपहर बाद तक खनौरी में पानी का स्तर 1 फुट तक बढ़ चुका है। ड्रैनिंग विभाग से मिली जानकारी के अनुसार टागरी नदी, मारकंडा आदि में पानी का थोड़ा स्तर बढ़ने से खनौरी में लगे मापदंड पर पानी का स्तर 747 फुट तक जा सकता है, जिससे कि सब डिवीजन मूनक के दो दर्जन गांवों के लिए सहम का माहौल बना हुआ है।

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हलका लहरागागा के विधायक बरिन्दर गोयल अनुसार अगर ऊपर के क्षेत्रों में बरसात नहीं होती तो घग्गर दरिया का पानी सही सलामत आगे निकल जाएगा। उन्होंने बताया कि ड्रैनिंग विभाग के अलावा सिविल प्रशासन और पुलिस को पूरी तरह चौकस कर दिया गया है और प्रशासन द्वारा मौजूदा हालातों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।

उल्लेखनीय है कि घग्गर दरिया सब डिवीजन मूनक के दो दर्जन से अधिक गांवों के लोगों के लिए दैत्य का रूप धारण कर लेता है। अब तक हल्के के नेताओं ने वोटें बटोरने के अलावा घग्गर दरिया के नाम पर सिर्फ राजनीति ही की है। इसके अलावा घग्गर से आने वाली बाढ़ की तरफ किसी ने कोई ध्यान ही नहीं दिया।

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