बच्चों की हैंडराइटिंग सुधारने के आसान तरीके
क्या आपका बच्चा सही से लिख नहीं पाता है? क्या आपके बच्चे की राइटिंग सुंदर और साफ नहीं है? क्या आपका बच्चा हिंदी, अंग्रेजी और गणित के कुछ अक्षरों को उल्टा लिखता है? अगर यह सारी खामी आपके बच्चे में है, तो यह आर्टिकल लिखने की परेशानी से जूझ रहे बच्चों क...
गौरैया और घमंडी हाथी की कहानी
एक पेड़ पर एक चिड़िया अपने पति के साथ रहा करती थी। चिड़िया सारा दिन अपने घोंसले में बैठकर अपने अंडे सेती रहती थी और उसका पति दोनों के लिए खाने का इंतजाम करता था। वो दोनों बहुत खुश थे और अंडे से बच्चों के निकलने का इंतजार कर रहे थे। एक दिन चिड़िया का पति ...
गीत: तेरे जैसा दुनियां में इन्सान नहीं
उर्वर भूमि के मालिक उद्यम कृषक सुन।
नींव के सृजक प्रभाकर श्रमिक सुन।
तेरे खून पसीने में तो सूरज है।
सुन्दर कायनात तेरी ही मूर्त है।
रीस तेरी कर सकता भी भगवान नहीं।
तेरे जैसा दुनिया में इन्सान नहीं।
कर्मठता का सारा तन्मय तेरा है।
अम्बर भीतर तेर...
बच्चों को ऐसे बचाएं मच्छरों के आतंक से
नई दिल्ली। नमस्कार दोस्तो जैसा कि अपको पता ही है कि अब मौसम में बदलाव हो रहा है। जिसके कारण आमतौर पर लोग बीमारियों का शिकार हो रहे है। इस समय खास तोर पर डेंगू नाम की बीमारी कुछ ज्यादा ही चल रही है, जिसके कारण बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे है इसलिए आज ...
एक ही कामवाली के कई-कई रूप और अनेकानेक व्याख्याएं
मेरी गली में भी कामवालियों को लेकर रोज ही चकल्लस चला करतीं। गली की मेमसाहबें कभी उनकी तारीफें करते न अघातीं तो कभी बुराइयां करते-करते। एक ही कामवाली के कई-कई रूप और अनेकानेक व्याख्याएं। बुराई-भलाई करने का भी एक अलग निंदारस चला करता जैसे कि शेयर बाजार...
खाली बैठे बच्चे घर पर बनाये मजेदार चीजें
हमारे द्वारा बताए गए तरीकों को अपनाकर बन जाए आप भी क्रिएटिव।
हाथ से बना कांटेदार जंगली चूहा
सामग्री
हाथ का डिजाइन
ब्राउन रंग का कागज
बेज रंग का पेंट
पेंसिल
काला मार्कर
कैंची
पेंट ब्रश
बनाने का तरीका:
ब्राउ...
प्रेरक प्रसंग: जरूरतमंद को अपनी क्षमता अनुसार शरण दीजिए
एक गरीब आदमी की झोपड़ी, जहां रात को जोरों की वर्षा हो रही थी। सज्जन था, छोटी सी झोपड़ी थी। स्वयं और उसकी पत्नी, दोनों सोए थे। आधी रात किसी ने द्वार पर दस्तक दी। उन सज्जन ने अपनी पत्नी से कहा-उठ! द्वार खोल दे। पत्नी द्वार के करीब सो रही थी। पत्नी ने कहा...
बच्चों को सजा देने के सही व क्रिएटिव तरीके
पेरेंट्स के लिए अपने बच्चों को सही-गलत सिखाने के अलग-अलग तरीके होते हैं। कोई डांट कर, तो कोई प्यार से बच्चों को सही चीजें सिखाता है। बच्चे को अनुशासन में रखने के लिए कभी-कभी सजा देना या उन्हें उनकी गलती का एहसास कराना जरूरी होता है। हालांकि, उन्हें क...
JOKS : चीनी घुल गई
एक दिन मैंने अपने आठ साल के बेटे से नींबू का शरबत बना लाने को कहा। वही नींबू का शरबत तो बना लाया, लेकिन उसमें चीनी डालना भूल गया। मैंने उससे पूछा कि चीनी नहीं डाली। तभी उसने अपनी भूल छुपाने के लिए तपाक से जवाब दिया, ‘‘पापा! चीनी डाली तो थी, घुल गई हो...
कविता : एक कहूँ एक, दो कहूँ दुआ
एक कहूँ एक, दो कहूँ दुआ,
रटवाती थी हमको बुआ।
टू वन जा टू, टूटू जा फोर,
लगता यारों कितना बोर।
क से कबूतर, ख से खरगोश,
पढ़कर हुआ गुड्डू बेहोश।
ए फॉर एप्पल, बी फॉर बैट,
मोटू नहीं सन्नी बोलो फैट।
उतरी हिन्दी की पगड़ी,
पहनी हमने अंग्रेजी तग...
लघुकथा: अपने मनोबल को कभी कमजोर मत होने दो
एक बार एक मेढ़क का समूह जंगल में घूम रहा था। तभी अचानक उन समूह में से दो मेढ़क एक गहरे गड्ढे में गिर गये। जब उनके साथी दूसरे मेढ़कों ने उन्हें गहरे गड्ढे में गिरे हुए देखा तो वे बोले की आप इस गड्ढे से बाहर नहीं निकल सकते और अब आप अपनी मौत के बहुत नजदीक ...
और कितने दूर
सोमली रात से ही व्याकुल थी। करवट बदल-बदलकर उसने रात काटी। उसकी इस दशा को उसकी सास ने ताड़ लिया था। वह भी उससे दो-चार हाथ दूर ही सोयी हुई थी। काफी देर तक वह कुछ बोली नहीं। यूं भी अपनी इस बहू को वह कुछ कहना ठीक नहीं मानती थी, पढ़ी-लिखी होने के कारण। इस व...
जैसा संग वैसा रंग
एक बाजार में एक तोता बेचने वाला आया। उसके पास दो पिजरें थे। दोनों में एक-एक तोता था। उसने एक तोते का मूल्य रखा था पाँच सौ रुपये और एक का रखा था पाँच आने। वह कहता था कि कोई पहले पाँच आने वाले को लेना चाहे तो ले जाए, लेकिन कोई पहले पाँच सौ रुपये वाले क...
उमर शेख की ईमानदारी
बाबर का पिता समरकंद का शासक उमर शेख नेक दिल, अत्यंत ईमानदार व न्यायप्रिय था। एक बार चीनी यात्रियों का एक जत्था पूर्व से पश्चिम की यात्रा पर था। लेकिन उसमें से अनेक लोग बर्फीले तूफान में फंसकर खत्म हो गए।
और उनका धन व सामान उमर शेख के राज्य की सीमा म...
लघुकथा : एक गिलास दूध की कीमत
एक दिन, एक गरीब लड़का जो स्कूल के बाद घर-घर जाकर सामान बेच रहा था, उसने पाया कि उसके पास केवल कुछ पैसा ही बचा है, और वह भूखा था। उसने तय किया कि वह अगले घर पर खाना मांगेगा। हालांकि, जब एक युवती ने दरवाजा खोला, तो उसने संकोच वश भोजन के बदले पानी मांगा।...