खुशियों की अनूठी सौगात है ‘सच्ची शिक्षा’ पत्रिका

सरसा। सच्ची शिक्षा पत्रिका Sachi shiksha Magazine अपने आप में एक अनूठा प्रयास है जिसमें ज्ञान का भंडार समाया हुआ है। पाठकों के लिए बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, करियर, महिला उत्थान, कृषि, घर-परिवार, समाज-सेवी योजनाओं के अलावा दैनिक जीवन से जुड़ी तमाम जानकारियां उपलब्ध करवाई जाती हैं। यह सच्ची शिक्षा रूहानियत का अमूल्य खजाना है, जो डेरा सच्चा सौदा का मानवीय संदेश जन-जन तक पहुंचाती है।

सच्ची शिक्षा का मुख्य उद्देश्य लोगों में जागृति लाते हुए समाज में मानवता भलाई के कार्यों को विस्तार मिले। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा सितंबर 1998 को सच्ची शिक्षा का शुभारंभ किया गया। पूज्य गुरु जी ने इसे समाज के लिए अनमोल तोहफा बताते हुए वचन फरमाए कि यह आपके लिए पूरे महीने की खुशियां लेकर आती है। खास बात यह भी है कि सच्ची शिक्षा तीन भाषाओं हिंदी, पंजाबीअंग्रेजी में प्रकाशित होती है। पाठकों ने तीनों संस्करणों को बहुत पसंद किया है।

स्वच्छ समाज के निर्माण का संदेश देती यह पत्रिका अपने आदर्शों और मूल्यों के तौर पर देश-विदेश में अपनी एक अलग पहचान बनाए हुए है। सच्ची शिक्षा अपने पाठकों के लिए समय-समय पर बंपर ईनामी स्कीमें भी लेकर आती है। सच्ची शिक्षा आगामी सितंबर माह में 25 वर्ष का सुनहरा सफर पूरा करने वाली है। पूज्य गुरु संत डॉ. एमएसजी के पावन चरणों में अर्ज है कि सच्ची शिक्षा इसी तरह नित नई बुलंदियों को छुए और डेरा सच्चा सौदा के पाक-पवित्र संदेश को दुनियाभर में पहुंचाती रहे।

सच्ची शिक्षा वेबसाइट पर भी उपलब्ध है: